कहा कि बसंत नाथ बाबा का निधन न केवल नाथ संप्रदाय बल्कि पूरे समाज के लिए बड़ी क्षति है. उनका व्यक्तित्व और समाज के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है.
- नाथ संप्रदाय के समर्पित संत और नाथ बाबा के प्रिय सहयोगी थे बसंत नाथ बाबा
- वाराणसी में इलाज के दौरान हुआ था निधन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नाथ संप्रदाय के समर्पित संत और नाथ बाबा के प्रिय सहयोगी बसंत नाथ बाबा के ब्रह्मलीन होने पर पूरे बक्सर क्षेत्र में शोक की लहर है. महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक राजकुमार चौबे ने इसे बक्सरवासियों के लिए एक अपूरणीय क्षति करार दिया.
बसंत नाथ बाबा की स्मृति में फाउंडेशन के सदस्यों ने शाहाबाद संयोजक रविराज की अध्यक्षता में एक शोकसभा आयोजित की. शोकसभा में संत की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और ईश्वर से उन्हें मोक्ष प्रदान करने की प्रार्थना की गई.
फाउंडेशन की ओर से शोक संवेदनाएं :
राजकुमार चौबे ने कहा कि बसंत नाथ बाबा का निधन न केवल नाथ संप्रदाय बल्कि पूरे समाज के लिए बड़ी क्षति है. उनका व्यक्तित्व और समाज के प्रति समर्पण लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है.
उपस्थित लोगों ने जताया दुख :
इस शोकसभा में फाउंडेशन के प्रमुख सदस्य और स्थानीय गणमान्य लोग शामिल हुए. उपस्थित लोगों में धीरज सिंह, हरिशंकर दूबे, अनिरुद्ध तिवारी, सिद्धेश्वरानंद बक्सरी, विमलेंद्र कुमार बबलू समेत कई अन्य लोग शामिल थे. सभी ने मिलकर बाबा की शिक्षाओं और उनके द्वारा समाजहित में किए गए कार्यों को याद किया.
समाजसेवा के लिए बाबा की प्रतिबद्धता :
बसंत नाथ बाबा ने नाथ संप्रदाय के प्रचार-प्रसार और समाजसेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया. उनके निधन से नाथ संप्रदाय ने एक प्रमुख हस्ती को खो दिया है. महर्षि विश्वामित्र फाउंडेशन ने उनके योगदान को हमेशा स्मरण रखने की बात कही है.
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