इस वर्ष चैती छठ 1 अप्रैल 2025 (मंगलवार) को नहाय-खाय से शुरू होगा. इसके बाद 2 अप्रैल 2025 (बुधवार) को खरना होगा. 3 अप्रैल 2025 (गुरुवार) की संध्या में पहला अर्घ्य और 4 अप्रैल 2025 (शुक्रवार) को प्रातः अंतिम अर्घ्य के साथ पर्व संपन्न होगा.
- श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासनिक तैयारियां तेज
- साफ-सफाई, सुरक्षा और रोशनी की विशेष व्यवस्था
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : आगामी चैत्र (चैती) छठ पर्व की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने आज विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया. उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सफाई और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. छठ पर्व को लेकर जिला प्रशासन द्वारा घाटों पर विशेष तैयारियां की जा रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
चैती छठ पर्व का महत्व और तिथियां
बिहार राज्य में चैत्र मास में भी छठ पर्व बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह पर्व विशेष रूप से सूर्य उपासना और प्रकृति के प्रति आस्था को समर्पित होता है. इस वर्ष चैती छठ 1 अप्रैल 2025 (मंगलवार) को नहाय-खाय से शुरू होगा. इसके बाद 2 अप्रैल 2025 (बुधवार) को खरना होगा. 3 अप्रैल 2025 (गुरुवार) की संध्या में पहला अर्घ्य और 4 अप्रैल 2025 (शुक्रवार) को प्रातः अंतिम अर्घ्य के साथ पर्व संपन्न होगा.
घाटों की तैयारियों को लेकर प्रशासन सतर्क
चैती छठ के दौरान श्रद्धालु 3 और 4 अप्रैल को गंगा नदी के विभिन्न घाटों और अन्य जल निकायों पर सूर्य को अर्घ्य देंगे. बक्सर अनुमंडल में रामरेखा घाट, सोमेश्वर घाट, नाथ बाबा घाट, सारिमपुर घाट, सती घाट, गोला घाट, अहिरौली घाट, उमरपुर घाट, महादेवा घाट और चौसा बाजार घाट प्रमुख स्थान हैं. वहीं, डुमरांव अनुमंडल में छठिया पोखर, मुरार पोखरा, बिहार घाट, नैनीजोर और बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर का पोखरा भी प्रमुख अर्घ्य स्थलों में शामिल हैं.
साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी घाटों पर सफाई अभियान चलाया जाए और वहां बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी को घाटों पर रोशनी की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
ग्रामीण कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि छठ घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों की मरम्मत और सुदृढ़ीकरण शीघ्र किया जाए. इसके अलावा, सभी अंचलाधिकारियों को खतरनाक घाटों की पहचान करने और वहां सुरक्षा के विशेष उपाय करने के लिए कहा गया है. घाटों पर पटाखों की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, साथ ही निजी नावों के परिचालन पर भी रोक लगाई गई है.
पुलिस बल की तैनाती और सुरक्षा उपाय
पर्व के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं. विभिन्न छठ घाटों और प्रमुख मार्गों पर दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों और सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी. इसके अलावा, गोताखोरों और नाविकों की प्रतिनियुक्ति भी सुनिश्चित की गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके.
जिलाधिकारी ने दी शुभकामनाएं
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने सभी श्रद्धालुओं और जिलेवासियों को चैती छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरी तरह तत्पर है और पर्व को सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
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