कहा कि बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी उनकी मानवाधिकार टीम उठाएगी. इस दौरान उन्होंने साबित खिदमत अस्पताल के गोल्डन कार्ड भी परिवार को सौंपे. इस कार्ड के जरिए परिवार को अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी.
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पीड़ित परिवार से मिलते डॉ दिलशाद आलम |
- मानवाधिकार टीम ने दी मदद. बच्चों की पढ़ाई और शादी तक रहेगा साथ
- डॉ. दिलशाद ने सरकार से की कार्रवाई की मांग. मौके पर टीम के सदस्य भी रहे मौजूद
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में ट्रिपल मर्डर केस के बाद पीड़ित परिवार को राहत देने के लिए मानवाधिकार संगठन से जुड़े बिहार प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद आलम आगे आए हैं. उन्होंने शनिवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें गोद लेने की घोषणा की.
डॉ. आलम ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई से लेकर शादी तक की जिम्मेदारी उनकी मानवाधिकार टीम उठाएगी. इस दौरान उन्होंने साबित खिदमत अस्पताल के गोल्डन कार्ड भी परिवार को सौंपे. इस कार्ड के जरिए परिवार को अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि अब पैसों की कमी के कारण किसी को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.
डॉ. आलम ने इस नरसंहार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता को झकझोर देने वाली घटना है. उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता जल्द से जल्द मिले.
इस मौके पर मानवाधिकार टीम के कई सदस्य भी मौजूद रहे. जिनमें जलाउद्दीन, मनीष कुमार, विजय, शशिकांत और ग्राम सचिव कन्हैया सिंह का नाम प्रमुख है. डॉ. दिलशाद आलम की इस पहल को लेकर गांव में सकारात्मक संदेश गया है और लोग उनकी सामाजिक पहल की सराहना कर रहे हैं.
इस खबर को बक्सर टॉप न्यूज़ के लिए अपडेट किया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग मदद के लिए प्रेरित हो सकें.
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