हरियाणा से ठेला लेकर चले मजदूर पहुंचे बक्सर, साबित खिदमत फाउंडेशन ने किया सम्मान ..

आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. यह आंसू उनके संघर्ष और दृढ़ निश्चय का प्रतीक थे, जो यह संदेश दे रहे थे कि मेहनत के बल पर एक साधारण मजदूर भी क्रांति ला सकता है और समाज में सम्मान प्राप्त कर सकता है.










                                           




- मजदूर दिवस पर दिल्ली से शुरू किया था सफर, तपती धूप में पार किए हजारों किलोमीटर
- मेहनत, हिम्मत और आत्मबल से रचा संघर्ष का इतिहास, सम्मान समारोह में छलके खुशी के आंसू

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : मजदूर दिवस के अवसर पर हरियाणा के पलवन से ठेला लेकर निकले बक्सर के मेहनतकश युवक महताब आलम ने 1300 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद एकदम शनिवार को बक्सर पहुंचकर अपने अदम्य साहस और संघर्ष का परिचय दिया. उनके इस अद्वितीय प्रयास पर साबित खिदमत फाउंडेशन ने भव्य स्वागत और सम्मान समारोह का आयोजन किया.

फाउंडेशन के निदेशक एवं मानवाधिकार सचिव डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि आज के आधुनिक युग में दिल्ली से बक्सर तक तपती धूप में ठेला चलाकर आना केवल कठिन नहीं बल्कि लगभग असंभव कार्य है. उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास ऐसे ही बहादुर मजदूरों की कहानियों से लिखा गया है. उन्होंने महताब की सराहना करते हुए कहा कि जंग का मैदान हो या कार्य का, मेहनत, आत्मबल और हिम्मत से ही इतिहास रचा जाता है.

सम्मान समारोह के दौरान महताब आलम की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. यह आंसू उनके संघर्ष और दृढ़ निश्चय का प्रतीक थे, जो यह संदेश दे रहे थे कि मेहनत के बल पर एक साधारण मजदूर भी क्रांति ला सकता है और समाज में सम्मान प्राप्त कर सकता है.

इस अवसर पर प्रसिद्ध उद्घोषक साबित रोहतासवी ने कहा कि बक्सर और बिहार को महताब आलम जैसे मेहनती युवक पर गर्व है. उन्होंने कहा कि महताब ने दिन-रात मेहनत कर परिवार की जिम्मेदारी निभाने का जो जज्बा दिखाया है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक है. साबित रोहतासवी ने कहा कि महताब को सम्मानित कर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

सम्मान समारोह में गब्बर, अभिषेक, शोभा, रुकसाना, अंजलि, सोनम, रौशन आरा, विजय कुमार, अजय, अशोक, राहुल, कैफ, शकीला, इम्तियाज अंसारी, जनार्दन, जय प्रकाश, मंजू कुमारी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने महताब आलम के साहस, मेहनत और संकल्प को सलाम किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.









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