कार्यालय के ड्रॉअर और आलमीरा का ताला तोड़ा, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि केवल डीइओ की आलमीरा को खोला गया, अन्य कर्मचारियों की अलमारियों को नहीं छुआ गया. इससे यह संदेह और गहरा हो गया है कि चोरी की मंशा से अधिक चोर किसी विशेष दस्तावेज़ की तलाश में थे.
● हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और फाइलों को बनाया निशाना
● सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ चोर, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षा विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार वजह बनी है जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) कार्यालय में हुई सेंधमारी की वारदात .चोरों ने डीइओ कार्यालय कक्ष की कुंडी काटकर भीतर प्रवेश किया और वहां से सीसीटीवी कैमरे का हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और महत्वपूर्ण फाइलें चुरा लीं
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सबसे पहले चोरों ने डीइओ कार्यालय को निशाना बनाया. उन्होंने कार्यालय के ड्रॉअर और आलमीरा का ताला तोड़ा, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि केवल डीइओ की आलमीरा को खोला गया, अन्य कर्मचारियों की अलमारियों को नहीं छुआ गया. इससे यह संदेह और गहरा हो गया है कि चोरी की मंशा से अधिक चोर किसी विशेष दस्तावेज़ की तलाश में थे.
मामले में डीपीओ स्थापना विष्णु कांत राय ने बताया कि रविवार होने के कारण कार्यालय बंद था. लेकिन नगर परिषद चुनाव से संबंधित कुछ कार्य हेतु जब आदेशपाल कार्यालय पहुंचे, तो इस घटना की जानकारी मिली. तत्क्षण इसकी सूचना अधिकारियों और पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने निरीक्षण किया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की. डीपीओ कार्यालय में लगे कैमरे में एक चोर की गतिविधि रिकॉर्ड हुई है, जिसे पुलिस को सौंप दिया गया है. चोर हाफ पैंट और शर्ट पहने हुए देखा जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार, डीइओ वर्तमान में लंबी छुट्टी पर हैं। संभावना जताई जा रही है कि चोर पहले डीइओ कार्यालय में किसी खास फाइल की तलाश में घुसे, और जब वांछित दस्तावेज नहीं मिले, तो डीपीओ स्थापना कार्यालय को भी निशाना बनाने की कोशिश की. वहां एक चोर करीब ढाई घंटे तक असफल प्रयास करता रहा. उसका यह प्रयास भी कैमरे में कैद हो गया है.
हालांकि फुटेज में चोर स्पष्ट दिख रहा है, लेकिन प्रकाश और कैमरा एंगल के कारण उसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस परिसर में एक साथ कई विभागीय कार्यालय संचालित हो रहे हैं, वहां किसी प्रकार की रात्रि सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। यह लापरवाही चोरों को मनोबल देने वाली साबित हुई.
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या यह एक सामान्य चोरी थी या किसी जांच से जुड़ी अहम फाइलों को हटाने की साजिश? पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच में जुट गई है. कार्यालय खुलने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कौन-कौन से दस्तावेज चोरी हुए हैं.
0 Comments