घर में उनकी बुजुर्ग मां, भाभी और बच्चे रहते हैं, जिनकी पूरी जिम्मेदारी अब उन्हीं पर है. लेकिन देश की सेवा कर रहे इस जवान का परिवार अब गांव में भी सुरक्षित नहीं है.
- सीमा पर तैनात सैनिक की गुहार – 'परिवार सुरक्षित रहे, यही मेरी सबसे बड़ी जरूरत'
- पड़ोसियों पर नाली बंद करने और सरकारी जमीन पर कब्जे का आरोप, जनप्रतिनिधि पर संरक्षण देने का भी आरोप
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : एक ओर जहां भारतीय जवान सरहद पर देश की रक्षा में तैनात हैं, वहीं दूसरी ओर उनका परिवार अपने ही गांव में असुरक्षा के साए में जीने को मजबूर है. बक्सर सदर प्रखंड के दुल्लहपुर गांव के वार्ड संख्या 11 निवासी और जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर तैनात सैनिक कृष्ण कुमार सिंह ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि उनके घर की नाली जबरन बंद कर दी गई है, जिससे पानी जमा होकर घर की दीवार गिरने की कगार पर है.
कृष्ण कुमार ने बताया कि जब वह देश की रक्षा में लगे हुए हैं, तब गांव में उनके घर के सामने की निकासी नाली को बच्चन सिंह, अनिल सिंह, सुनील सिंह, बबन सिंह और ठेकेदार मुन्ना सिंह ने मिलकर बंद कर दिया है. नाली पर ढलाई कर दी गई है, जिससे वर्षा का पानी दरवाजे और दीवार के पास भर रहा है. इससे दीवार कमजोर हो गई है और पूरे परिवार की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. बरसात बढ़ते ही आंगन में गंदा पानी भरने का डर भी बना हुआ है.
उन्होंने यह भी कहा कि उनके दो बड़े भाइयों की मौत हो चुकी है. बड़े भाई चंदन सिंह पहले ही दिवंगत हो चुके हैं, वहीं दूसरे भाई गुलाब सिंह, जो आरपीएफ में थे, उनकी मौत इसी साल अप्रैल में दुर्घटना में हो गई. घर में उनकी बुजुर्ग मां, भाभी और बच्चे रहते हैं, जिनकी पूरी जिम्मेदारी अब उन्हीं पर है. लेकिन देश की सेवा कर रहे इस जवान का परिवार अब गांव में भी सुरक्षित नहीं है.
कृष्ण कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों को जिला परिषद सदस्य आरती देवी, जो सुनील सिंह की पत्नी हैं, का संरक्षण प्राप्त है. इसी की वजह से उन्होंने बिहार सरकार की जमीन पर भी कब्जा कर लिया है. इसकी जांच भी जरूरी है और चिह्नित होना चाहिए कि बिहार सरकार की जमीन कहां-कहां है? उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की सीमा पर तैनात एक सैनिक का परिवार ही अपने घर में भय और संकट में है.
जवान ने जिलाधिकारी से मामले की जांच की मांग की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है. साथ ही उन्होंने जल निकासी की तत्काल व्यवस्था कराने की मांग की है ताकि उनके परिवार को राहत मिल सके और वे सरहद पर निश्चिंत होकर देश की सेवा कर सकें.
0 Comments