इसके लिए 8 घंटे का मेगा ब्लॉक लेना था लेकिन इसकी परमिशन नहीं मिल पा रही थी. ऐसे में गार्डर रखकर और ट्रेन को 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाकर निर्माण शुरु किया गया. इस दौरान एफसीआई में आने वाले माल वाहक ट्रेनों के परिचालन को बुधवार तक रोका गया है.
- वर्षों से जलजमाव की समस्या से जूझ रहे पांडेय पट्टी निवासी
- रेल लाइन के नीचे हो रहा 17 मीटर लंबे नाले का निर्माण
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सदर प्रखंड के पांडेय पट्टी के निवासियों को इस बरसात में जलजमाव से नहीं जूझना पड़ेगा. रेलवे के द्वारा बिना परिचालन बाधित किए ही नाला निर्माण का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है. मंगलवार को निर्माण पूरा हो जाएगा.
आइओडब्लू केबी तिवारी ने बताया कि 17 मीटर लंबा तथा 1.7 मीटर चौड़ा एवं 1.8 मीटर ऊंचा रेलवे लाइन के नीचे बनाया गया है. इसके लिए 8 घंटे का मेगा ब्लॉक लेना था लेकिन इसकी परमिशन नहीं मिल पा रही थी. ऐसे में गार्डर रखकर और ट्रेन को 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाकर निर्माण शुरु किया गया. इस दौरान एफसीआई में आने वाले माल वाहक ट्रेनों के परिचालन को बुधवार तक रोका गया है.
आइओडब्लू ने बताया कि विशेष तकनीक से नाले का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 200 तन का प्रेशर देकर रेडीमेड नाले को प्रतिदिन 2 मीटर तक अंदर किया जा रहा है. नाला डाउन लाइन लगभग पार कर चुका है और मंगलवार को काम पूरा हो जाने की उम्मीद है.
बता दें कि पांडेय पट्टी के निवासियों को कई वर्षों से जल जमाव की समस्या झेलनी पड़ती थी, क्योंकि यहां से जल निकासी का कोई मार्ग नहीं था. दुखद बात यहां थी कि किसी भी जनप्रतिनिधि के द्वारा इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा था. इसके बाद पांडेय पट्टी के निवासियों ने मामले को जनहित याचिका के माध्यम से पटना हाई कोर्ट तक पहुंचाया जहां न्यायालय के आदेश के बाद रेलवे और नगर परिषद के आप इस समन्वयक से नाले का निर्माण किया जा रहा है.
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