वीडियो : अहियापुर हत्याकांड में जारी है कुर्की की कार्रवाई, अब तक क्या-क्या हुआ? जानिए पूरा अपडेट

मैन्युअल तरीके से आरोपी मनोज यादव की तीन मंजिला मकान में खिड़की-दरवाजे उखाड़े गए. साथ ही पुलिस ने घर के अंदर रखे घरेलू सामान और भारी मात्रा में अनाज को जब्त किया. कुल 14 क्विंटल अनाज और ढाई क्विंटल शुद्ध घी की जब्ती की गई है.

 









                                           




- पुलिस ने मैन्युअल तरीके से की तोड़फोड़, सामुदायिक भवन का होगा सरकारी उपयोग

- बिजली चोरी का भी खुलासा, प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में हुए बहुचर्चित ट्रिपल मर्डर मामले में पुलिस का कुर्की अभियान शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. इस बार प्रशासनिक कार्रवाई में बुलडोजर की गरज नहीं सुनाई दी, लेकिन मैन्युअल तरीके से आरोपी मनोज यादव की तीन मंजिला मकान में खिड़की-दरवाजे उखाड़े गए. साथ ही पुलिस ने घर के अंदर रखे घरेलू सामान और भारी मात्रा में अनाज को जब्त किया. कुल 14 क्विंटल अनाज और ढाई क्विंटल शुद्ध घी की जब्ती की गई है.

एसपी शुभम आर्य ने बताया कि इस मामले में अब तक दो अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि दो अन्य ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है. फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है. उन्होंने बताया कि फरार संतोष यादव समेत जिन आरोपियों के पास लाइसेंसी हथियार हैं, उनके लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा जिलाधिकारी से की गई है.

सामुदायिक भवन से हटाया कब्जा, होगा सरकारी उपयोग


एसडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि मनोज यादव ने गांव के सामुदायिक भवन पर कब्जा कर रखा था. अब इसे मुक्त कराकर आंगनबाड़ी केंद्र और अन्य सरकारी कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इस भवन में तोड़फोड़ नहीं की जाएगी. वहीं अहियापुर और रसेन गांव स्थित मकानों समेत अन्य संपत्तियों की भी कुर्की की जाएगी. अन्य आरोपियों पर भी कुर्की वारंट की तामिली कराई जाएगी.


बिजली चोरी का खुलासा, दर्ज होगी प्राथमिकी


छापेमारी के दौरान मनोज यादव के घर में बिजली चोरी का मामला सामने आया. बिना कनेक्शन के विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा था. इस पर एसडीएम ने विद्युत कार्यपालक अभियंता को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.

मवेशियों को नहीं भेजा गया गौशाला


घर में बंधी गाय और दो भैंसों को अब तक गौशाला नहीं भेजा जा सका है. एसडीएम ने बताया कि इन्हें आदर्श गौशाला, बक्सर में भेजे जाने के निर्देश दिए गए थे, संभवतः वाहन की कमी के कारण यह कार्य पूरा नहीं हो पाया. जल्द ही इन्हें वहां शिफ्ट किया जाएगा.

सांसद सुधाकर सिंह को झेलना पड़ा विरोध


घटना के एक सप्ताह बाद पहुंचे सांसद सुधाकर सिंह को पीड़ित परिवार और ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि चौसा कांड के बाद राजद प्रतिनिधिमंडल तुरंत पहुंचा था, लेकिन यहां सांसद इतने दिन बाद क्यों आए. जवाब में सुधाकर सिंह ने कहा कि प्रशासन ने पहले तीन दिन तक आने से रोका था, उसके बाद वे तमिलनाडु दौरे पर थे. उन्होंने माना कि सोशल मीडिया पर वे ज्यादा सक्रिय नहीं रहते. अंत में उन्होंने कहा कि प्रशासन की कार्रवाई अभी पर्याप्त नहीं है लेकिन जो भी सहयोग मांगा जाएगा, वह दिया जाएगा.

वीडियो - 1:



वीडियो -2 :












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