अंग्रेज़ी भाषा में सूची जारी करना उन्हें गुमराह करने और सही जानकारी से वंचित रखने का प्रयास प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि हमारे BLA सामान्य किसान, मजदूर या आम वर्ग के लोग होते हैं, जिन्हें अंग्रेज़ी की जानकारी बहुत कम होती है.
- निर्वाचन आयोग से सूची को हिन्दी में प्रकाशित करने की माँग
- कहा – ग्रामीण मतदाता और BLA अंग्रेज़ी समझने में असमर्थ
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सांसद सुधाकर सिंह ने बिहार में जारी विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर गंभीर आपत्ति जताई है. उन्होंने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखते हुए कहा कि 1 अगस्त 2025 को प्रकाशित विलोपित मतदाताओं की सूची केवल अंग्रेज़ी भाषा में जारी की गई है, जो बिहार जैसे हिन्दी भाषी राज्य के लिए उचित नहीं है.
सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि बिहार की अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, जहाँ के मतदाता और बूथ लेवल एजेंट (BLA) अंग्रेज़ी भाषा पढ़ने-समझने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे में अंग्रेज़ी भाषा में सूची जारी करना उन्हें गुमराह करने और सही जानकारी से वंचित रखने का प्रयास प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि हमारे BLA सामान्य किसान, मजदूर या आम वर्ग के लोग होते हैं, जिन्हें अंग्रेज़ी की जानकारी बहुत कम होती है.
सुधाकर सिंह ने चेताया कि यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लगाता है और मतदाता सूची में मौजूद त्रुटियों की जाँच और सुधार के अवसरों को सीमित करता है.
सांसद ने निर्वाचन आयोग से माँग की है कि विलोपित मतदाताओं की पूरी सूची तत्काल हिन्दी भाषा में प्रकाशित की जाए ताकि आम नागरिक और BLA आसानी से उसे समझ सकें और समय रहते आपत्ति या सुधार दर्ज करा सकें.
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