भारत सरकार का GST और आयकर में ऐतिहासिक सुधार, आम आदमी और उद्योग जगत को मिलेगा लाभ : बिनोद चौबे

इस निर्णय से निम्न-आय वर्ग, सेवा क्षेत्र के कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी और कम आय वाले परिवारों को राहत मिलेगी. बिनोद चौबे ने कहा कि यह कदम करोड़ों लोगों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देगा.







                                         







  • GST दरों में बड़ा बदलाव, रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर कर समाप्त
  • 12 लाख रुपये तक की आय हुई कर-मुक्त, मध्यम वर्ग और कम आय वाले परिवारों को राहत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : पूर्व IRS अधिकारी एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता बिनोद चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कर सुधारों की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाया है. सरकार ने GST की दरों में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए इसे सरल और व्यापारी-अनुकूल बनाया है.

GST की दरों को मुख्यतः 5% और 18% कर दिया गया है. इसके अलावा, अनेक रोज़मर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर GST पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है. बहुत सारी वस्तुओं पर 28% की दर को घटाकर 18% या 5% कर दिया गया है. बिनोद चौबे ने बताया कि इससे व्यापारियों, उद्योग जगत और उपभोक्ताओं सभी को लाभ मिलेगा.

उन्होंने कहा कि यह कदम देश की अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा. मध्यम वर्ग, आम आदमी और गरीब सभी को इससे फायदा होगा. यह सुधार न केवल व्यापार को प्रोत्साहित करेगा बल्कि रोजमर्रा की खरीदारी और जीवन-यापन को भी सस्ता और सरल बनाएगा.

साथ ही, इस वित्तीय वर्ष में सरकार ने आयकर की सीमा बढ़ाकर 12 लाख रुपये तक की आय को कर-मुक्त कर दिया है. इस निर्णय से निम्न-आय वर्ग, सेवा क्षेत्र के कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी और कम आय वाले परिवारों को राहत मिलेगी. बिनोद चौबे ने कहा कि यह कदम करोड़ों लोगों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देगा.

उनका कहना है कि यह निर्णय हर घर की खुशहाली और हर परिवार की मुस्कान लेकर आएगा. देश के करोड़ों परिवार अब आर्थिक रूप से सशक्त होंगे और उनका जीवन स्तर सुधार पाएगा.

बिनोद चौबे ने अंत में जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उठाए गए ये कदम न केवल कर सुधारों की दिशा में ऐतिहासिक हैं, बल्कि आम जनता और उद्योग जगत दोनों के लिए वरदान साबित होंगे.







Post a Comment

0 Comments