बक्सर में छठ पूजा का महापर्व खरना के साथ हुआ आरंभ ..

खरना के दिन छठव्रती गुड़-चावल की खीर और रोटी का प्रसाद बनाकर परिवार के साथ ग्रहण करती हैं, इसके बाद वे 36 घंटे का निर्जला उपवास आरंभ करती हैं. कल अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि परसों उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर यह व्रत संपन्न होगा.






                                         



  • सिंदूर और खीर के साथ शुरू हुआ पारंपरिक व्रत, 36 घंटे का निर्जला उपवास प्रारंभ
  • रामरेखा घाट को इस वर्ष 'आदर्श घाट' घोषित, प्रशासन और पुलिस का व्यापक इंतजाम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा इस वर्ष खरना के साथ शुरू हो गया है. बक्सर के रामरेखा घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. गंगा स्नान के बाद महिलाएं पारंपरिक बेदी पूजा करती हुईं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना कर रही हैं. खरना के दिन छठव्रती गुड़-चावल की खीर और रोटी का प्रसाद बनाकर परिवार के साथ ग्रहण करती हैं, इसके बाद वे 36 घंटे का निर्जला उपवास आरंभ करती हैं. कल अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि परसों उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर यह व्रत संपन्न होगा.

इस वर्ष जिला प्रशासन ने बक्सर के प्रमुख रामरेखा घाट को 'आदर्श घाट' घोषित किया है. हर साल हजारों श्रद्धालु यहां आते हैं, जिसे देखते हुए प्रशासन और नगर परिषद ने तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया है. नगर परिषद के अनुसार, घाट की 90 प्रतिशत सफाई पूरी हो चुकी है और शेष कार्य आज पूरा किया जाएगा. जिलाधिकारी (डीएम), अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) और पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) लगातार घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.

घाटों की सुंदरता बढ़ाने के लिए नगर परिषद ने इस वर्ष आकर्षक वॉल पेंटिंग्स बनवाई हैं, जिनमें बक्सर के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश भी शामिल हैं. रामरेखा घाट के मुख्य पुजारी अमरनाथ पांडेय उर्फ लाला बाबा ने इस पहल की सराहना की और इसे बक्सर की पहचान को नया आयाम देने वाला बताया. कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम ने बताया कि वे स्वयं कार्यों की गुणवत्ता पर निगरानी कर रहे हैं.

सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए घाटों पर बैरिकेटिंग और जाली लगाने का कार्य जारी है. नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार विभिन्न घाटों का निरीक्षण कर रही हैं. प्रमुख घाटों पर CCTV कैमरे और ड्रोन से निगरानी की जा रही है, ताकि भीड़ के बीच किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो. जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सहायता के लिए टोल फ्री और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. रामरेखा घाट और नाथ बाबा घाट पर अस्थाई कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं.

पूरे जिले के 126 घाटों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात किए गए हैं. नगर परिषद क्षेत्र के 32 से अधिक घाटों को छठ पूजा के लिए चिन्हित किया गया है, जहां सुरक्षा, प्रकाश और स्वच्छता की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.











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