कहना है कि बिना उचित मानकों के स्कूली वाहनों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें अक्सर अनुभवहीन चालकों की तैनाती होती है. इसके कारण शहर में आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्कूल वैनों की नियमित जांच की जाए और सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए.
गोलंबर के पास हुआ बड़ा सड़क हादसा, नियंत्रण खोने से स्कूली वैन ने मारी एक के बाद एक तीन गाड़ियों को टक्कर
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सोमवार की सुबह शहर के गोलंबर स्थित टीवीएस शोरूम के सामने सारीमपुर मोड़ के पास एक बड़ा सड़क हादसा हो गया. एक निजी स्कूल की तेज़ रफ्तार वैन ने पहले ऑल्टो कार, फिर ई-रिक्शा और उसके बाद एक पिकअप वैन को जोरदार टक्कर मार दी. अचानक हुए इस हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को पास के विश्वामित्र अस्पताल, गोलंबर में भर्ती कराया.
हादसे में सबसे ज्यादा नुकसान ई-रिक्शा में बैठे यात्रियों को हुआ है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वैन इतनी तेज गति से आ रही थी कि चालक के नियंत्रण खोते ही उसने सामने खड़ी गाड़ियों में टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में तीन महिलाएं और दो पुरुष घायल हुए हैं, जिनमें से एक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के बाद अन्यत्र रेफर कर दिया गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल वैन के चालक ने नियंत्रण खो दिया था, जिससे यह भीषण हादसा हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया कि वैन में सवार बच्चे घटना के समय डर के मारे चिल्लाने लगे. हादसे के तुरंत बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई और यातायात कुछ देर के लिए बाधित हो गया.
वहीं, स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने निजी स्कूलों की लापरवाही पर नाराज़गी जताई है. उनका कहना है कि बिना उचित मानकों के स्कूली वाहनों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें अक्सर अनुभवहीन चालकों की तैनाती होती है. इसके कारण शहर में आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि स्कूल वैनों की नियमित जांच की जाए और सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए.
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला. पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया है तथा मामले की जांच शुरू कर दी गई है. फिलहाल घायलों का इलाज जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि हादसे के वक्त वैन कौन चला रहा था.
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि आखिर स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार कब सचेत होंगे. शहर के मुख्य मार्गों पर बिना गति सीमा और सुरक्षा मानकों का पालन किए स्कूली वाहनों का संचालन न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि बच्चों की जान से भी खिलवाड़ है.
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