मुख्यमंत्री ने किया प्रवासियों से वादा, बिहार में करेंगे रोजगार का सृजन ..

ताकि किसी को भी बाहर नहीं जाना पडे़. इसी प्रकार दूसरे कामगार ने जो हैदराबाद के सीमेंट प्लांट में कार्यरत था, अपनी आप बीती बताई. तत्पशचात् जिला पदाधिकारी महोदय ने लाइव मोबाइल के जरिए डीएवी स्कूल क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई व्यवस्था को स्वयं दिखाते हुए जानकारी भी देते रहे. मुख्यमंत्री महोदय ने व्यवस्था से संतोष जताया.


- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम ने जाना क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं का जमीनी सच
- कार्यक्रम को लेकर एक दिन पूर्व से ही डटे रहे पदाधिकारी, डीएम ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दिखाई सारी व्यवस्थाएं

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर के क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का हाल जाना. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रवासियों से बातचीत भी की. मुख्यमंत्री से प्रवासियों ने कहा कि अगर उन्हें बिहार में रोजगार मिले तो वह बाहर जाना पसंद नहीं करेंगे. जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बिहार में ही रोजगार सृजित करेंगे. जिसके बाद लोगों को रोजगार के लिए बाहरी राज्यों का रुख नहीं करना होगा. 

उन्होंने जिले के दो प्रखण्ड स्तरीय क्वॉरेंटाइन केन्द्रों का हाल वीडियो कॉफ्रेसिंग के जरिए जाना. खास बात रही कि दोनो क्वॉरेंटाइन केन्द्रों से ही वीडियो कॉफ्रेसिंग का आयोजन किया गया था.  कम्प्यूटर के अलावा, मोबाइल पर भी वीडियो कॉफ्रेसिंग से जुड़ने की व्यवस्था की गई थी. ताकि प्रवासी श्रमिकों से वार्तालाप के पश्चात क्वारंटीन केन्द्रों में की गई व्यवस्थाओं को भी सीधा देखा जा सके. बक्सर में जिला पदाधिकारी एवं समीर ने स्वयं मोबाइल के माध्यम से मुख्यमंत्री को व्यवस्थाओं का अवलोकन कराया.  इस दौरान प्रखण्ड क्वारंटीन केन्द्र सीनियर डीएवी पब्लिक स्कूल, लालगंज में जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन,  अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

उधर, सिमरी प्रखंड के डुमरी गाँव स्थित केपी +2 हाई स्कूल में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमण्डल पदाधिकारी डुमराँव के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. सीनियर डीएवी स्कूल से सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी महोदय ने प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटीन केन्द्रों में दी जा रही सुविधाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी. 

उन्होंने ने जानकारी देते हुए बताया कि, प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटीन केन्द्रों पर प्रातःकाल में कुशल प्रशिक्षकों के माध्यम से करवाऐ जा रहे योगाभ्यास एवं व्यायाम आदि से आवासित प्रवासी कामगार एवं मजदूर लाभान्वित हो रहे हैं. प्रातःकाल में पौष्टिक नास्ता, दिन का भोजन एवं रात का भोजन दूध के साथ तय माप दण्ड के अनुसार दिया जा रहा है.


डीएम ने बताया कि, पूरे जिले में 374 क्वारंटीन केन्द्रों पर कुल 25 हज़ार 420 प्रवासी कामगार एवं मजदूर आवासित हैं. इनमें से 4338 श्रमिकों को तय समय सीमा के पश्चात् छोड़ दिया गया हैं. वतर्मान में 20 हज़ार 81 प्रवासी कामगार रह रहे हैं. स्किल मैपिंग के क्रम में कुल 8745 कामगार स्किल्ड मिले वहीं, 7128 कामगार अनस्किल्ड पाए गए. इसके अलावा अन्य छोटे-मोटे कार्य करने वालों की संख्या 4,036 पाई गई.

क्वॉरेंटाइन सेंटर पर बनाया जा रहा वोटर आईडी कार्ड:

जिला पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, क्वारंटीन केन्द्रों पर वोटर आई.डी. बनाने हेतु कार्य करवाया जा रहा है. इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगार से वार्ता करते हुए पूछा कि, वे क्हाँ से आए है? जबाव में कामगार ने बताया कि वे सूरत से आए हैं. वहाँ कब से रह रहे थे के जबाव में बताया गया कि, वे तीन-चार साल से वहाँ प्राइवेट कम्पनी में कार्यरत थे. परन्तु लॉक डाउन के पश्चात उसे कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था. सूरत की प्राइवेट कम्पनी उनके जैसे और लोगो की कोई मदद नहीं कर रही थी. मजबूरन वापस अपने घर वापस श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आना पड़ा. यह कहने पर कि उन्हें यहीं अपने राज्य में रोजगार मिल जाए तो अच्छा रहेगा. इस पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने कहा कि रोजगार हेतु हमलोग प्रयास कर रहे हैं, ताकि किसी को भी बाहर नहीं जाना पडे़. इसी प्रकार दूसरे कामगार ने जो हैदराबाद के सीमेंट प्लांट में कार्यरत था, अपनी आप बीती बताई. तत्पशचात् जिला पदाधिकारी महोदय ने लाइव मोबाइल के जरिए डीएवी स्कूल क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई व्यवस्था को स्वयं दिखाते हुए जानकारी भी देते रहे. मुख्यमंत्री महोदय ने व्यवस्था से संतोष जताया.

पुनः दूसरे प्रवासी केन्द्र सिमरी के केपी +2 हाई स्कूल क्वारंटीन सेंटर से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से उप विकास आयुक्त ने क्वॉरेंटाइन केन्द्र पर रह रहे निवासियों एवं वहाँ की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वहाँ उपस्थित कामगार से माननीय मुख्यमंत्री ने वार्तालाप करते हुए उनकी पूरी आप बीती सुनी. तत्पशचात् उन्हें अपने राज्य में ही रहने को कहते हुए जल्द ही रोजगार उपलब्ध कराने का आशवासन भी दिया. पुनः उप विकास आयुक्त ने लाइव मोबाइल के जरिए क्वारंटीन केन्द्र की व्यवस्थाओं को दिखाते हुए जानकारी भी साथ-साथ देते रहे. पूरी व्यवस्था से माननीय मुख्यमंत्री महोदय ने संतोष जाहिर की. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर 1 दिन पूर्व ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी कार्यक्रम की समाप्ति के बाद पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली.
















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