शुरू हुआ शहरी जलापूर्ति योजना के दूसरे फेज का कार्य, सितंबर तक मिलेगा अमृत समान जल ..

लॉक डाउन के कारण प्रशिक्षित मजदूरों के उन्हीं के क्षेत्र में फंसे होने के कारण काम को फिर से शुरू कराया जाना किसी चुनौती से कम नहीं है. वैसे, शहरी आवास एवं विकास विभाग के द्वारा निर्माण कार्य में लगी कंपनी गणाधिपति कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के संवेदकों को स्थानीय स्तर पर ही स्किल्ड मजदूरों से कार्य शुरु करा दिया गया है.
 सिविल लाइंस मोहल्ले में हो रहा बोरिंग का कार्य

- तकनीकी दक्ष मजदूरों के की कमी के कारण हुआ है विलंब अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा कार्य
- लाभान्वित होगी शहर की बड़ी आबादी, पहले फेज में कई मुहल्लों में शुरू हुई वाटर सप्लाई

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर में जलापूर्ति के लिए शहरी जलापूर्ति योजना "अमृत" के तहत किए जा रहे हैं कार्य के सेकंड फेज की शुरुआत हो गई है. इसके तहत विभिन्न वार्डों में बोरिंग किए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अब तक दोनों फेज़ मिला कर विभिन्न वार्डों में 60 फीसद से अधिक कार्य पूरा हो गया है. फेज वन में कार्य पूरा कर लिए जाने के बाद वॉटर सप्लाई टेस्टिंग का काम किया जा रहा है फेज़-2 पूरा होते-होते जलापूर्ति सुचारू हो जाएगी. 

वैसे तो होली की छुट्टी और उसके बाद कोरोना संकट इन सबके कारण इस योजना का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया था. लेकिन, अनलॉक 1.0 में मिली छूट के बाद एक बार फिर इस महत्वाकांक्षी परियोजना के कार्य को शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है ठीक नगर के सिविल लाइंस स्थित पुराना सदर अस्पताल परिसर के समीप बोरिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है वहीं, निर्माण कार्य में बाधक बन रहे ट्रांसफार्मर को भी बिजली कंपनी की सहमति से हटाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. हालांकि, अब मानव बल की कमी आड़े आ रही है. लॉक डाउन के कारण प्रशिक्षित मजदूरों के उन्हीं के क्षेत्र में फंसे होने के कारण काम को फिर से शुरू कराया जाना किसी चुनौती से कम नहीं है. वैसे, शहरी आवास एवं विकास विभाग के द्वारा निर्माण कार्य में लगी कंपनी गणाधिपति कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के संवेदकों को स्थानीय स्तर पर ही स्किल्ड मजदूरों से कार्य शुरु करा दिया गया है.

बताया जा रहा है कि प्रथम फेज़ में हर घर शुद्ध जल पहुंचाने की इस परियोजना को पूरा करने के लिए नगर में जहां तीन विशाल जल मीनारों का निर्माण पूरा हो चुका है वहीं, घरों में वाटर सप्लाई का कनेक्शन भी दिया दिया जा चुका है. योजना के पूरी होने के पश्चात एक बड़ी आबादी को डबल फिल्टर्ड अमृत समान शुद्ध पेयजल उनके घरों में उपलब्ध होगा. माना जा रहा है कि इस महत्वाकांक्षी योजना से गंगा के किनारे बसी एक बड़ी आबादी को आर्सेनिक का जहर पीने से मुक्ति मिलेगी.

सेकंड फेज के कार्य के दौरान भी स्थापित हो रहे हैं उच्च गुणवत्ता तथा विशाल जल संग्रहण क्षमता के जल मीनार: 

जल संग्रहण के लिए बनाए जा रहे प्रत्येक जल मीनार की ऊंचाई 21 मीटर है तथा इसमें 1022 किलो लीटर जल संग्रह करने की क्षमता है. नगर के मॉडल थाना चौक, बाजार समिति प्रांगण तथा आईटीआई मैदान के समीप जल मीनार बनकर तैयार है. खलासी मुहल्ला तथा सिविल लाइन में भी दो जल मीनार प्रस्तावित है. जिनमें खलासी मुहल्ला निर्माण तेजी से चल रहा है. बताया जा रहा है कि जल को शुद्ध करने के प्रत्येक जल मीनार के पास लिए दो उच्च गुणवत्ता युक्त क्लोरिनेटर लगाए गए हैं. जिससे कि लोगों को शुद्ध एवं स्वच्छ जल उपलब्ध होगा. जबकि यहां पर उच्च प्रवाही दो नलकूप लगाए जा रहे हैं. वहीं उच्च गुणवत्ता युक्त वीटी पंप और मोटर के द्वारा 55 लीटर प्रति सेकंड के हिसाब से पानी भूगर्भ से निकाल कर जल मीनार में संग्रह किया जाएगा. साथ ही साथ नियमित एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए सौ केवीए के दो ट्रांसफार्मर यहां तथा अन्य जगहों पर भी लगाए जा रहे हैं. 

नगर वासियों को भूगर्भ से मिलेगा अमृत: 

शहरी जलापूर्ति योजना के तहत नगर वासियों को 540 फीट जमीन के अंदर से डबल फिल्टरेशन के बाद जलापूर्ति होगी. नगर के तीन विभिन्न स्थानों पर जल मीनार एवं 5 उच्च प्रवाही नलकूप तथा मोटर लगाकर लगभग शहरी जनसंख्या तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना है. तकरीबन दो साल से ज्यादा समय पूर्व शुरू हुई इस परियोजना के पूरा होने के पश्चात लोगों को वॉटर सप्लाई की तिथि लगातार बढ़ाई जाती रही है. पहले मार्च 19 इसके बाद मई और नवंबर के बाद यह अनुमान लगाया गया था कि यह परियोजना मार्च 2020 तक पूरी हो सकेगी. लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो सका. सहायक अभियंता अंजनी कुमार बताते हैं कि इस साल अगस्त के अंत तक कार्य पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है.

कहते हैं अधिकारी: 

शहरी जलापूर्ति योजना के सेकंड फेज का कार्य शुरू हो गया है. वर्तमान में प्रशिक्षित मजदूरों की कमी है. लेकिन, अनलॉक 1.0 के दौरान धीरे-धीरे मजदूरों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. जिसके बाद कार्य को और तेजी से किया जाएगा.

अंजनी कुमार
सहायक अभियंता,
शहरी आवास एवं विकास विभाग











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