सदर विधानसभा सीट पर भाजपा नेता मिथिलेश पाठक भी कर रहे हैं दावेदारी

मुताबिक आजकल पटना से दिल्ली तक के राजनीतिक गलियारों में उनकी ही चर्चा हो रही है.  मिथिलेश पाठक मूलतः सामाजिक गतिविधियों के साथ वर्ष 2004 से भाजपा के गुजरात इकाई में सक्रिय हैं. गुजरात में व्यवसाय के दौरान भी बक्सर व अपने गांव से जुड़ाव रहा है.


- गुजरात में व्यवसाय करते-करते मूल जिले के विकास की हुई चिंता
- 2004 से भाजपा की राजनीति में सक्रिय है मिथिलेश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: विधानसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है  वैसे वैसे टिकट के दावेदारों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है. टिकट के हर दावेदार अपने आप को वर्तमान जनप्रतिनिधियों से बेहतर बता रहे हैं. ऐसे ही एक दावेदार बक्सर के राजपुर प्रखण्ड के खरवानिया गांव के रहने वाले तथा वर्तमान में गुजरात में सफल युवा उद्यमी के रूप में चर्चित मिथिलेश पाठक भी हैं.

मिथिलेश पाठक के मुताबिक आजकल पटना से दिल्ली तक के राजनीतिक गलियारों में उनकी ही चर्चा हो रही है.  मिथिलेश पाठक मूलतः सामाजिक गतिविधियों के साथ वर्ष 2004 से भाजपा के गुजरात इकाई में सक्रिय हैं. गुजरात में व्यवसाय के दौरान भी बक्सर व अपने गांव से जुड़ाव रहा है.

सूत्रों की माने तो बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक भविष्य की तलाश में बक्सर पर नजर जमाये मिथिलेश गुजरात दिल्ली व पटना से भी बड़े नेताओ के सीधे संपर्क में है. हालांकि, टिकट के दौड़ में बक्सर के कई दिग्गज भी अपनी दावेदारी प्रमुखता से पेश कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो मिथिलेश पाठक एनडीए के उम्मीदवार के रूप में बक्सर में आ सकते हैं. मिथिलेश पाठक का यह दावा इसलिए भी प्रबल लग रहा है क्योंकि, अब तक जितने भी उम्मीदवार भाजपा से टिकट लेकर आए हैं वह कहीं ना कहीं बाहर से ही आए होते हैं. हालांकि, मिथिलेश पाठक भले ही गुजरात में व्यवसाय कर रहे हो लेकिन वह मूल रूप से बक्सर के रहने वाले हैं. ऐसे में अब देखना यह होगा कि आने वाले समय भाजपा की तरफ से किसकी झोली में टिकट आता है.




















Post a Comment

0 Comments