डुमराँव में परिवर्तन चाहती है जनता, क्या जदयू करेगी कर्मयोगी साथी पर भरोसा?

माना जा रहा है कि, अबकी बार डुमरांव में परिवर्तन की बयार बहने जा रही है. पुराने लोगों को जहां जनता अब नकार रही है वहीं, जदयू के आंतरिक सूत्रों ने भी यह साफ कर दिया है कि, अबकी बार डुमराँव सीट जदयू के किसी समर्पित कार्यकर्ता के हवाले की जा रही है. 


- डुमराँव विधानसभा सीट पर जल्द ही दूर होगी असमंजस की स्थिति
- पार्टी के कर्मयोगी साथी रहे कमलेश सिंह को मिल सकता है वफादारी का इनाम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पिछले वर्षों में डुमरांव में हुए कई तरह के घटनाक्रमों को देखते हुए यह माना जा रहा है कि, अबकी बार डुमरांव में परिवर्तन की बयार बहने जा रही है. पुराने लोगों को जहां जनता अब नकार रही है वहीं, जदयू के आंतरिक सूत्रों ने भी यह साफ कर दिया है कि, अबकी बार डुमराँव सीट जदयू के किसी समर्पित कार्यकर्ता के हवाले की जा रही है. 

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं ही इस बदलाव के मूड में है. ऐसे में पार्टी के कर्म योगी सहयोगी रहे, जनता पार्टी, लोक दल तथा जनता दल, नीतीश कुमार एवं वशिष्ठ नारायण सिंह के साथ सक्रिय रहे. कमलेश कुमार सिंह एक बेहतर विकल्प के रूप में देखे जा रहे हैं. वह नवानगर प्रखंड के बेलहरी गांव के मूल निवासी हैं. कमलेश कुमार सिंह राजनीति में एक लंबा समय गुजर चुके हैं. वह समता पार्टी के जमाने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ रहे हैं.

सूत्र बताते हैं कि दो बार विधानसभा चुनाव में इन्होंने किसी और के लिए विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी छोड़ दी थी लेकिन, अबकी बार ऐसी उम्मीद है कि पार्टी इन की वफादारी को ध्यान में रखते हुए उनके नाम पर विचार कर सकती है. उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अभियान समिति में सक्रिय योगदान दिया है. इनके साथ जदयू के पर्यवेक्षक, प्रदेश महासचिव, जिला प्रभारी, प्रदेश संगठन सचिव तथा प्रदेश कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड के वर्तमान प्रदेश सचिव के रूप में मजबूती ईमानदारी के साथ उन्होंने अपनी भूमिका का निर्वहन किया है. हालांकि, जल्द ही यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि जनता की आवाज पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सुनाई देती है अथवा नहीं.
















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