वीडियो: औद्योगिक हब बनेगा बक्सर, श्रमिकों को मिलेगा रोज़गार ..

मशरूम उत्पादन, कंबल उत्पादन, रेडीमेड गारमेंट से जुड़े व्यवसाय को जमीन पर उतारने के लिए क्लस्टर बनाकर कार्य किए जाएंगे. जिसमें काफी संख्या में श्रमिकों को काम मिलेगा. उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यों से प्रवासी मजदूरों के परिवारों को जोड़कर उन्हें रोजगार से जोड़ने की योजना को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

 


- प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए जिला प्रशासन बना रहा नई रणनीति
- उप विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर ने दी जानकारी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने हेतु एक नई कार्ययोजना बनाई जा रही है, जिसके तहत जिले को औद्योगिक हब बनाने के साथ ही श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने की पहल की जाएगी. माना जा रहा है कि कोरोना काल में बेरोज़गार हुए लोगों को रोजगार से जोड़ने के सरकार के वायदे को निभाने की कोशिश शुरु हो गयी है.

इस बाबत उप विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार  सागर ने बताया कि, प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए भी एक बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है. ग्राम पंचायत का विकास भवन हो, मॉडल टीकाकरण केंद्र हो,  मशरूम उत्पादन, कंबल उत्पादन, रेडीमेड गारमेंट से जुड़े व्यवसाय को जमीन पर उतारने के लिए क्लस्टर बनाकर कार्य किए जाएंगे. जिसमें काफी संख्या में श्रमिकों को काम मिलेगा. उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यों से प्रवासी मजदूरों के परिवारों को जोड़कर उन्हें रोजगार से जोड़ने की योजना को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

उप विकास आयुक्त ने बताया कि, प्रशासन ने यह योजना बनाई है कि जिले में पांच कलस्टर बनाए जाएंगे जिनमें मशरूम उत्पादन, कंबल निर्माण, रेडीमेड वस्त्र उद्योग का विकास, मेंथा उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन शामिल हैं. इन सभी कार्यों के लिए औद्योगिक क्षेत्र को आगे की ओर ले जाना है. ऐसे में एक कलाकार में अगर 10 श्रमिकों को भी रोजगार दिया जाता है तो काफी संख्या में रोजगार का सृजन होगा. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए जिले भर में युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है.

बता दें कि, कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के दौरान काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक वापस लौटे हैं, जिन्होंने श्रम पोर्टल में अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया है. कई श्रमिक वापस लौट गए लेकिन, अभी भी बहुत श्रमिक बेरोजगार बैठे हुए हैं जिला प्रशासन के इस पहल से स्वास्थ्य श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. साथ ही औद्योगिक मानचित्र पर बक्सर का भी एक स्थान कायम होगा.

कहते हैं डीडीसी:

जिले में रोजगार सृजन के साथ ही उद्योगों के विकास तथा श्रमिकों के रोजगार का अभियान भी शुरु किया जाना है. जिसके लिए प्रयास शुरु हो गए हैं. जल्द ही परिणाम भी सामने होंगे.

डॉ. योगेश कुमार सागर
उप विकास आयुक्त, बक्सर
वीडियो:



















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