बालगृह की जांच में हुई कई खामियां उजागर ..

इस दौरान बच्चों को टूथ ब्रश, पेस्ट, साबुन आदि का किट समय पर नहीं मिलने तथा भोजन की गुणवत्ता आदि को लेकर जिला पदाधिकारी काफी नाराज दिखे. इसके बाद उन्होंने प्रभारी अधीक्षक तथा लेखापाल का वेतन बंद करने तथा उनसे स्पष्टीकरण का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बालगृह में लगे सीसीटीवी कैमरे कि कम से कम 1 महीने की फुटेज मौजूद रहे.







- प्रभारी अधीक्षक व लेखापाल का वेतन बंद, मांगा स्पष्टीकरण
- डीएम, डीडीसी ने किया बालगृह का निरीक्षण

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला पदाधिकारी अमन समीर में शनिवार को समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे बालगृह का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उनके साथ विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर, बाल कल्याण समिति के मदन सिंह, बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक राजकुमार सिंह तथा प्रभारी सिविल सर्जन भूपेंद्र नाथ तथा मुख्यालय डीएसपी मौजूद थे. 



जिला पदाधिकारी ने बाल गृह में रह रहे बच्चों को मिल रही सुविधाओं का बारीकी से अवलोकन किया तथा बच्चों से भी इस संदर्भ में पूछताछ की. इस दौरान बच्चों को टूथ ब्रश, पेस्ट, साबुन आदि का किट समय पर नहीं मिलने तथा भोजन की गुणवत्ता आदि को लेकर जिला पदाधिकारी काफी नाराज दिखे. इसके बाद उन्होंने प्रभारी अधीक्षक तथा लेखापाल का वेतन बंद करने तथा उनसे स्पष्टीकरण का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बालगृह में लगे सीसीटीवी कैमरे कि कम से कम 1 महीने की फुटेज मौजूद रहे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए बाहरी दुनिया से भी उनका परिचय कराया जाए, इसके लिए उन्हें किसी सामाजिक किया बुद्धिजीवी व्यक्ति से उनका साक्षात्कार हर 15 दिन पर कराया जाए.




निरीक्षण के दौरान ही बाल गृह में रह रहे एक बच्चे ने अपने हाथों से बनाई पेंटिंग जिला पदाधिकारी को भेंट की. डीएम ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही के लिए बालगृह संचालन करने वाली संस्था शक्तिवर्धनी के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बालगृह की खामियों को नोट कराते हुए इन्हें शीघ्र दूर कराने के साथ ही बालगृह की संचालिका को तलब कर स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया है. डीएम ने सरकार द्वारा चलाई जा रही बाल हित की योजनाओं से बच्चों को लाभान्वित करने का निर्देश देते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ऑनलाइन पढ़ाई हेतु शैक्षणिक आ का प्रयोग करने का निर्देश दिया. उन्होंने साफ-सफाई के संबंध में भी निर्देश दिया. साथ ही साथ दीवारों पर बच्चों से संबंधित पेंटिंग कराने का निर्देश भी दिया. बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक राजकुमार सिंह ने बताया कि, जिला पदाधिकारी के निर्देशों का अक्षरश: पालन करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. साथ ही कर्मियों का वेतन बंद कर उनसे स्पष्टीकरण की मांग भी की जाएगी. गौरतलब हो कि पिछले दिनों जिला विधिक प्राधिकार के सचिव ने भी बाल गृह का निरीक्षण कर वहां ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बालगृह में पर्दे लगाए जाने के साथ-साथ बच्चों के लिए कंबल आदि की व्यवस्था किए जाने की भी बात कही थी.


सिविल सर्जन को दिया बच्चों के नियमित स्वास्थ्य जांच का निर्देश:

मौके पर सिविल मौजूद प्रभारी सिविल सर्जन को जिला पदाधिकारी ने यह निर्देश दिया कि बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच भी कराई जाए. इसके लिए महीने में कम से कम दो बार शिविर लगाकर बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियों को नोट किया जाए तथा उसकी रिपोर्ट बालगृह के कर्मियों को उपलब्ध कराई जाए.












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