स्कूली बच्चे बनेंगे थानाध्यक्ष, समझेंगे पुलिस की जिम्मेदारियां ..

उन्होंने कहा कि चुरामनपुर गांव को पूर्व के पुलिस कप्तान के द्वारा गोद लिया गया था. ऐसे में यहां आने वाले हर पुलिस कप्तान की यह जवाबदेही है कि चुरामनपुर पंचायत का विकास हो. इतना ही नहीं चुरामनपुर पंचायत में शराब आदि का सेवन अथवा कोई भी सामाजिक बुराई करते हुए कोई नहीं मिले. क्योंकि इससे सिर्फ ग्रामवासियों की बल्कि पुलिस कप्तान की बदनामी होगी. 
स्कूली बच्ची का हौसला बढ़ाते एसपी





- पुलिस सप्ताह के मौके पर एसपी ने की घोषणा, थाने में पहुंचकर पुलिसिया कार्यशैली की बारीकियों को समझेंगे बच्चे
- मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप की पुलिस करेगी व्यवस्था, गोद लिए गए गांव का औचक निरीक्षण करेंगे एसपी


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पुलिस को लेकर जो भ्रांति लोगों के मन में बनी हुई है उसे दूर किए जाने की आवश्यकता है. जिसके लिए विभिन्न थानों के आसपास के ग्रामीण बच्चों को उनके अभिभावकों की सहमति से समय-समय पर घंटे- दो घंटे थाने में ले जाकर उन्हें पुलिस की जिम्मेदारियों एवं उनके कर्तव्यों तथा कार्यशैली से अवगत कराया जाएगा. वह थानेदार तथा पुलिस कर्मियों की नज़र से पुलिस के कर्तव्य एवं दायित्व को समझने की कोशिश करेंगे. यह बात एसपी नीरज कुमार सिंह ने चुरामनपुर गांव में आयोजित पुलिस पब्लिक मैत्री संवाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कही. 


उन्होंने कहा कि जल्द ही बक्सर पुलिस के द्वारा मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप दिए जाने की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें कमजोर परिवारों से आने वाले बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद तथा पुस्तकें आदि भी उपलब्ध कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि जिस तेजी से जमाना बदल रहा है ऐसे ही परिस्थितियां भी बदल गई हैं. पहले जहां बच्चे सूर्योदय के पूर्व जागते थे और सूर्यास्त के पूर्व अपने घरों में पहुंच जाते थे वहीं, अब बच्चे सूर्यास्त के बाद घर से बाहर रहते हैं. 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे बाइक चलाते हैं. इन सब चीजों पर अभिभावकों को ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि चुरामनपुर गांव को पूर्व के पुलिस कप्तान के द्वारा गोद लिया गया था. ऐसे में यहां आने वाले हर पुलिस कप्तान की यह जवाबदेही है कि चुरामनपुर पंचायत का विकास हो. इतना ही नहीं चुरामनपुर पंचायत में शराब आदि का सेवन अथवा कोई भी सामाजिक बुराई करते हुए कोई नहीं मिले. क्योंकि इससे सिर्फ ग्रामवासियों की बल्कि पुलिस कप्तान की बदनामी होगी. उन्होंने कहा कि इस बात की निगरानी के लिए वह  स्वयं गांव में सादे कपड़ों में तथा औचक रूप से आते जाते रहेंगे.






इसके पूर्व लोगों को संबोधित करते हुए रेडक्रॉस के उपाध्यक्ष सह प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ. शशांक शेखर ने कहा कि पुलिस को लेकर भले ही जनता में एक अलग नजरिया हो लेकिन, सच्चाई यह है कि जब भी कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति पर विपत्ति आती है तो सबसे पहले पुलिस ने उस व्यक्ति को मदद करने पहुंचती है. उसमें जनता को अपने अधिकार एवं कर्तव्य दोनों को समझते हुए पुलिस का मददगार बनना चाहिए.






समाजसेवी व रेडक्रॉस के आपदा प्रभारी डॉ. हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने पुलिस ऐप की जमकर सराहना की तथा कहा कि हर व्यक्ति को खासकर लड़कियों व महिलाओं को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए. रेडक्रॉस के अध्यक्ष डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि पब्लिक और पुलिस दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं. दोनों को साथ मिलकर चलना होगा. साथ ही उन्होंने चुरामनपुर गांव के सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की प्रतिभा की भी सराहना की तथा शिक्षकों तथा अभिभावकों का आभार जताया. कार्यक्रम के अंत में औद्योगिक थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार कहा कि पब्लिक-पुलिस की मित्रता की इस कोशिश को आगे भी जारी रखा जाएगा तथा सभी के सहयोग से एक सुंदर जिला, राज्य व देश बनाने का प्रयास किया जाएगा.

कार्यक्रम के दौरान रेडक्रॉस के सचिव डॉ श्रवण कुमार तिवारी, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरखराम, सर्किल इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, यातायात प्रभारी अंगद सिंह जदयू नेता संजय सिंह, पूर्व सैनिक संघ के रामनाथ सिंह, शत्रुघ्न सिन्हा समेत कई लोग मौजूद रहे.









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