वीडियो: नि:शुल्क मोतियाबिंद शिविर में हत्यारोपी कैदी का होगा ऑपरेशन, टारगेट हुआ 40 हज़ार ..

बताते हैं कि मोतियाबिंद महा शिविर में इलाज कराने के लिए रोहतास, कैमूर, आरा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के गहमर, बारा, पलिया लोहारपुर आदि जगहों से मरीज पहुंच रहे तथा इलाज प्राप्त कर लाभान्वित हो रहे हैं. शिविर मरीजों के साथ उनके परिजनों के रहने के लिए भी बेहतर व्यवस्था की गई है.

 





- मोतियाबिंद रोगियों के लिए वरदान साबित हो रहा मेगा ऑपरेशन शिविर
- "चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत लगाया गया है शिविर
- 2 माह तक चलने वाले आयोजन में 25 हज़ार से 40 हज़ार हुआ रोगियों के इलाज का लक्ष्य

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बड़े पैमाने पर रोगियों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए लगाए गए शिविर से लोग खासे लाभान्वित हो रहे हैं. पूर्व में जहां दो दिवसीय स्वास्थ्य महाकुंभ लगाकर देश के बड़े अस्पतालों तथा विदेशी चिकित्सकों के द्वारा जिले के रोगियों का इलाज किया गया था वहीं, अब दो महीने तक चलने वाला निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर लगाया गया है. इस शिविर में एक तरफ जहां दूर दराज से पहुंचे रोगी लाभान्वित हो रहे हैं वहीं शुक्रवार को केंद्रीय कारा में बंद हत्यारोपी एक कैदी को भी यहां मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए लाया गया कैदी भभुआ जिले के रहने वाले अरमान खान हैं उन्होंने बताया कि इतनी बेहतरीन अवस्था देखकर वह काफी खुशी महसूस कर रहे हैं. उन्होंने इसके लिए कारा प्रशासन के साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को बधाई दी. 


दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पहल पर सदर प्रखंड के कृतपुरा के समीप आयोजित मोतियाबिंद महाशिविर में अब तक 30 हज़ार रोगियों का निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन हो चुका है. ऐसे में लक्ष्य को बढ़ाकर 40 हज़ार कर दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के विशेष प्रयास से बक्सर संसदीय सहित शाहाबाद के अन्य जिलों को ध्यान में रखते हुए चौसा-बक्सर मेन रोड में कृतपुरा दानी कुटिया में मार्च तक चलने वाला मोतियाबिंद निशुल्क ऑपरेशन महाशिविर लगाया गया है. यह महाशिविर "चिकित्सा-चिकित्सक आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत हो रहा ह


पड़ोसी जिलों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश से भी आ रहे मरीज:

कार्यक्रम के प्रबंधक राहुल कुमार बताते हैं कि मोतियाबिंद महा शिविर में इलाज कराने के लिए रोहतास, कैमूर, आरा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के गहमर, बारा, पलिया लोहारपुर आदि जगहों से मरीज पहुंच रहे तथा इलाज प्राप्त कर लाभान्वित हो रहे हैं. शिविर मरीजों के साथ उनके परिजनों के रहने के लिए भी बेहतर व्यवस्था की गई है.


समय पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन से नेत्रहीनता हो सकती है दूर: अश्विनी चौबे

केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि, समय पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन से नेत्रहीनता को दूर किया जा सकता है. नेत्रहीनता का एक प्रमुख कारण मोतियाबिंद भी है. उन्होंने कहा कि इस शिविर का बड़ी संख्या में लाभ उठाएं इसके लिए लगातार जन जागरूकता अभियान चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि नर सेवा नारायण सेवा है. रोगियों की मदद करना पुण्य का कार्य है. इस पुनीत कार्य में सभी बढ़ चढ़कर हिस्सा लें, जो मोतियाबिंद से ग्रसित हैं. उसे शिविर तक लाएं.


टेलीमेडिसिन की सुविधा भी है उपलब्ध:

इस महा शिविर में रोगियों के आने वाले उनके सहायकों के लिए विशेष चिकित्सीय परामर्श का व्यवस्था किया गया है. टेलीमेडिसिन के माध्यम से पटना एम्स के डॉक्टर उन्हें चिकित्सीय परामर्श दे रहे हैं.

आधुनिक तरीके से हो रहा ऑपरेशन:

महा शिविर में आधुनिक तरीके से ऑपरेशन किया जा रहा है. नई तकनीक से मोतियाबिंद को नरम करके कुछ ही सेकंड में बिना काटे, बिना टांके, बिना इंजेक्शन और बिना पट्टी के निकाला जा सकता है. आधुनिक फेको मशीन से सॉफ्ट फोल्डेबल लेंस लगाकर बिना टांके का ऑपरेशन हो जा रहा है.


मरीजों को मिल रही यह सुविधा:

संस्था के मैनेजिंग ट्रस्टी प्रवीण भाई वासनी बताते हैं कि, मरीजों को निशुल्क भोजन, चाय, नाश्ता, दवाई, काला चश्मा और  हलवा, एक कंबल, 2 किलो चावल, आधा किलो मीठी बूंदी और 100 रुपये बतौर किराया भाड़ा नगद दिया जा रहा है. श्री रणछोड़ दासजी बापू चैरिटेबल एवं श्रीराम कर्म भूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर के द्वारा मोतियाबिंद का महा शिविर लगाया जा रहा है. नि:शुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए पंजीकरण 31 जनवरी से 30 मार्च तक चल रहा है. शिविर का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित है.







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