महंगे मैरिज हॉल का विकल्प बना "अनंत उत्सव हॉल", मामूली खर्चे में मिलेंगी सभी सुविधाएं ..

बताया कि अक्सर वह देखा करते थे कि लोग मैरिज हॉल के महंगे खर्चों के कारण बहुत परेशान रहते थे. इस बात के मद्देनजर उन्होंने अपने पिता की स्मृति में एक ऐसी व्यवस्था करने की बात सोची थी जहां कम पैसे में भी लोग वह सारी सुविधाएं पा सकें जो उन्हें महंगे उत्सव हॉल अथवा होटल्स में मिलती है. 






- आर के ज्वेलर्स के संचालक के द्वारा पिता की स्मृति में बनाया गया भव्य मैरिज हॉल
- बेहद कम खर्चे में मिलेंगी महंगे होटल व मैरिज हॉल सरीखी सुविधाएं

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर:गरीब हो या अमीर हर व्यक्ति अपने बच्चों की शादी भव्य तरीके से करना चाहता है. नगर में लोगों की यह इच्छा पूरी करने के लिए तमाम मैरिज हॉल तथा विवाह उत्सव हॉल बनाए गए हैं, जहां 1 लाख रुपये से लेकर ढाई से तीन लाख रुपये तक का खर्च कर लोग अपने अरमान पूरे कर सकते हैं. लेकिन, हर व्यक्ति के लिए यह संभव नहीं हो पाता कि वह अपने बच्चों की शादी महंगे मैरिज हॉल से कर सकें. मैरिज हॉल के किराये का बजट ही लोगों के पास नहीं होता हालांकि, लोगों की समस्या का समाधान अब हो गया है.

नगर की प्रतिष्ठित स्वर्ण आभूषण दुकान आर के ज्वेलर्स के संचालक विनय कुमार सर्राफ ने अपने पिता अनंत प्रसाद सर्राफ की स्मृति में नगर के पीपी रोड स्थित एस एस मार्ट के पीछे "अनंत उत्सव भवन" का निर्माण कराया है. यहां शादी विवाह तथा अन्य अवसरों पर नगर के अन्य प्रतिष्ठित और महंगे खर्च में मिलने वाले उत्सव हॉल की सारी व्यवस्थाएं बेहद मामूली खर्च में लोगों को उपलब्ध हो जा रही हैं. यहां एक शानदार हॉल तथा चार कमरे केवल 11 हज़ार रुपये के मामूली खर्च पर लोगों को उपलब्ध हो जा रहे हैं. बुधवार को विधिवत पूजन के साथ उत्सव हॉल का भव्य उद्घाटन किया गया.


संस्थापक विनय कुमार सर्राफ उर्फ बंटी का कहना है कि उनकी यह भावना है कि कम से कम खर्च में लोगों को बेहतरीन सुविधा मिल सके. ऐसे में उन्होंने अपने दिवंगत पिता अनंत प्रसाद सर्राफ की स्मृति में "अनंत उत्सव भवन" नामक धर्मशाला का निर्माण कराया जिसमें मध्यम तथा निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए केवल 11 हज़ार रुपये में एक दिन और एक रात के लिए विशाल हॉल तथा चार कमरे दिए जाएंगे. इसके अतिरिक्त टेंट, सोफा, कुर्सी, टेबल, गद्दा, कंबल, जयमाल स्टेज से लेकर डेकोरेशन की बेहतरीन व्यवस्था बेहद मामूली खर्च में की गई है. वहीं, मशालची, आर्टिफिशियल गेट, वेटर तथा झालर व बिजली सजावट बिल्कुल ही कम कीमत में उपलब्ध है. जबकि जनरेटर सुविधा निशुल्क उपलब्ध है केवल डीजल का खर्च देना होता है.


यह है शादी का खर्च:

उत्सव भवन हॉल तथा चार कमरे: 11 हज़ार रुपये
टेंट, सोफा, कुर्सी, टेबल सेट, बर्तन, गद्दा, कंबल: 8 हज़ार रुपये
जय माल स्टेज और सोफ़ा: 4 हज़ार रुपये
मंडप: 3 हज़ार रुपये
गेट की सजावट: 1 हज़ार रुपये
मशालची: 2 हज़ार रुपये
10 वेटर:  4 हज़ार रुपये
जनरेटर के डीजल का खर्च: 2 हज़ार 500 रुपये
बिजली सजावट, झालर, मीटर, लाइट (दो पीस): 2 हज़ार रुपये
सिक्योरिटी मनी: (रिफंडेबल) 5 हज़ार रुपये


विनय कुमार सर्राफ़ ने बताया कि अक्सर वह देखा करते थे कि लोग मैरिज हॉल के महंगे खर्चों के कारण बहुत परेशान रहते थे. इस बात के मद्देनजर उन्होंने अपने पिता की स्मृति में एक ऐसी व्यवस्था करने की बात सोची थी जहां कम पैसे में भी लोग वह सारी सुविधाएं पा सकें जो उन्हें महंगे उत्सव हॉल अथवा होटल्स में मिलती है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कि उत्सव भवन को साफ सथरा रखने की जिम्मेदारी यहां आने वाले आगंतुकों की भी होगी. ऐसे में यदि किसी ने पान गुटखा खाकर परिसर को गंदा किया तो उस पर 1 हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा जो कि सिक्योरिटी मनी से काट लिया जाएगा.

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