बताया कि इस ऐतिहासिक स्थल को संवारने के लिए मनरेगा से मिट्टी भराई, पौधरोपण, शेरशाह गार्डन स्तूप नवीकरण व पार्क आदि का निर्माण कराया गया. जो अब बनकर तैयार हो गया है हालांकि, कराये गए सौंदर्यीकरण का संरक्षण व सुरक्षा भी जरूरी है. इसके भी समाधान कर दिए गए है. वनपोषक के माध्यम से इन पौधों की देखभाल होगी. इसके साथ ही लाइटिंग, गेस्ट रूम, आर्ट गैलरी का निर्माण एस जे वी एन द्वारा कराया जाएगा.
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युद्धस्थली स्थित पेड़ की टहनियों के बीच बना सेल्फी प्वाइंट, जहाँ से गंगा- कर्मनाशा के संगम पर बने डेल्टा का चित्रांकन हो सके |
- प्रभारी डीएम ने निरीक्षण के दौरान दी जानकारी
- बहुत जल्द ग्रामीण पर्यटन के लिए खोल दिया जाएगा चौसा युद्धस्थली
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: चौसा के ऐतिहासिक लड़ाई मैदान के सौंदर्यीकरण किया जाएगा. आगंतुकों के लिए अफगानी शासक शेरशाह की विजय स्थली व एक दिन का बादशाह बने चौसा के निजामुदीन भिश्ती की कहानी से युक्त आर्ट गैलरी व गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा. यह जानकारी मंगलवार की शाम चौसा ऐतिहासिक स्थल का निरीक्षण को पहुंचे प्रभारी डीएम सह उप विकास आयुक्त डॉ योगेश कुमार सागर ने दी.
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निरीक्षण करते प्रभारी डीएम व अन्य |
उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक स्थल को संवारने के लिए मनरेगा से मिट्टी भराई, पौधरोपण, शेरशाह गार्डन स्तूप नवीकरण व पार्क आदि का निर्माण कराया गया. जो अब बनकर तैयार हो गया है हालांकि, कराये गए सौंदर्यीकरण का संरक्षण व सुरक्षा भी जरूरी है. इसके भी समाधान कर दिए गए है. वनपोषक के माध्यम से इन पौधों की देखभाल होगी. इसके साथ ही लाइटिंग, गेस्ट रूम, आर्ट गैलरी का निर्माण एस जे वी एन द्वारा कराया जाएगा. उन्होंने इस निरीक्षण के दौरान कार्यक्रम पदाधिकारी अजय सहाय को निर्माण में त्रुटियों पर कई दिशा निर्देश दिए.
गौरतलब हो कि चौसा ऐतिहासिक स्थल अपनी विरासत की पहचान खोता जा रहा था. वर्षो से पर्यटन विभाग इसे संवारने की पहल नहीं कर सका था लेकिन, इसी वर्ष जिला प्रशासन ऐतिहासिक विरासत को बचाने की पहल मनरेगा की छोटी सी योजना से की गयी तथा इसे संवारने की प्रक्रिया जुलाई माह में शुरु हुई जो अब पर्यटकों को लुभाने योग्य हो गयी है. निरीक्षण के दौरान मनरेगा के तकनीकी विभाग से लेकर कर्मचारी तक उपस्थित रहे.
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