उच्चतम स्तर से 3 मीटर तक कम हुआ गंगा का जलस्तर ..

फिलहाल जलस्तर घटने की रफ्तार 2 सेंटीमीटर से भी कम बनी हुई है लेकिन, लगातार पानी घट रहा है यह राहत की बात है. बता दें कि बक्सर में गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 59.32 तथा खतरे का निशान 60.32 है जबकि, जलस्तर इस वर्ष के उच्चतम स्तर 61.19 तक पर पहुंचा था. 





- लगातार घट रहा है जलस्तर, प्रभावित इलाकों में सामुदायिक रसोई का हो रहा संचालन
- पानी घटने के साथ ही बीमारियों से बचाव के इंतजाम करने की महसूस हो रही जरूरत

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे कर इस वर्ष के उच्चतम स्तर से तकरीबन 3 मीटर तक की कमी आ चुकी है. पानी लगातार घटने के क्रम में है ऐसे में राहत के आसार बन रहे हैं हालांकि, पानी उतरने के साथ ही बाढ़ग्रस्त इलाकों में सड़ांघ और दुर्गंध से बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ रहा है. इसके लिए प्रशासन को ब्लीचिंग पाउडर आदि का छिड़काव कराना नितांत आवश्यक हो जाएगा. उधर, जिला प्रशासन का कहना है कि विभिन्न इलाकों से जलजमाव खत्म होने के पश्चात तेजी से साफ-सफाई आदि के कार्य कराए जाएंगे.


केंद्रीय जल आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार की रात को 9:00 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 59.04 मीटर दर्ज किया गया. रात 10:00 बजे 58.99 मीटर, बुधवार सुबह 6:00 बजे 58.79 मीटर, 7:00 बजे 58.78 मीटर तथा 10:00 बजे 58.73 मीटर दर्ज किया गया वहीं, 12:00 बजे 58.67 रिकार्ड किया गया. फिलहाल जलस्तर घटने की रफ्तार 2 सेंटीमीटर से भी कम बनी हुई है लेकिन, लगातार पानी घट रहा है यह राहत की बात है. बता दें कि बक्सर में गंगा के जलस्तर का चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर है जबकि, जलस्तर इस वर्ष के उच्चतम स्तर 61.19 मीटर तक पर पहुंचा था. हालांकि, अब तक का उच्चतम स्तर 61.25 रहा है.

उधर दियारा इलाके में जहां चार सामुदायिक रसोई घरों का संचालन कर प्रभावित लोगों के भोजन आदि की व्यवस्था की जा रही है वहीं, चौसा प्रखंड में भी सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है हालांकि, रसोई की व्यवस्था को लेकर लोगों के द्वारा कई बार शिकायतें की गई हैं.






Post a Comment

0 Comments