जिले में पहुंची बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा, बाल अधिकारों पर हुई चर्चा ..

सदस्यों ने बताया कि जिलाधिकारी अमन समीर के बेहतर प्रयासों से बाल कल्याण के क्षेत्र में बाल गृह के बच्चों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने कि दिशा में प्रबंध समिति की बैठक में लगातार निर्देश दिए जाते हैं. बाल गृह में आवासीय बालक के साथ मारपीट की घटना को भी जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए समिति के अनुरोध पर कड़ी कार्रवाई कर दोषी अधिकारियों को दंडित किया गया.







- कहा, बच्चों अधिकारों के संरक्षण के लिए चलाया जाए अभियान
- सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने जिले के समस्याओं से भी कराया अवगत

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बिहार बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ प्रमिला कुमारी के बक्सर आने पर जिला बाल कल्याण समिति के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मिलकर जिले में बाल हित के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों पर विचार विमर्श किया. समिति के अध्यक्ष मदन सिंह सदस्य डॉ शशांक शेखर एवं योगिता सिंह ने आयोग की अध्यक्ष को बुके देकर स्वागत किया. बाद में समिति के साथ बातचीत करते हुए जिले की समस्याओं से आयोग की अध्यक्षा को अवगत कराया गया. समिति ने उन्हें बताया कि जिले में बाल हित के कार्यक्रमों की नियमित मॉनिटरिंग की जाती है.




सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने बताया कि जिलाधिकारी अमन समीर के बेहतर प्रयासों से बाल कल्याण के क्षेत्र में बाल गृह के बच्चों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने कि दिशा में प्रबंध समिति की बैठक में लगातार निर्देश दिए जाते हैं. बाल गृह में आवासीय बालक के साथ मारपीट की घटना को भी जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए समिति के अनुरोध पर कड़ी कार्रवाई कर दोषी अधिकारियों को दंडित किया गया. आयोग की अध्यक्ष डॉ प्रमिला ने यह भी बताया कि बाल हितों के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारी और संबंधित लोग के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई आयोग की ओर से सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि जिला बाल कल्याण समिति को जिले में बाल कल्याण के के हितों की अनदेखी करने वाले के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करने की शक्तियां अनुशंसा के साथ पर प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि जिला के सभी अधिकारी बाल हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है. बाद मे समिति को आयोग की अध्यक्षा ने बाल हितों को लेकर पुलिस पदाधिकारियों को भी जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया ताकि बच्चों के साथ होने वाले अन्याय के मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए. उन्होने कहा कि बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने के लिए सभी को निर्देश दे दिए हैं.






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