उनके द्वारा सभी प्रखंडों में एक अतिरिक्त समन्वयक को पदस्थापित किया जा रहा है. सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम में ये प्राथमिकता के आधार पर संबंधित प्रखंड समन्वय समिति की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित करवाना, माइक्रो प्लान बनाना, प्रखंड स्तर पर पर्यवेक्षण का कार्य एवं ससमय सभी प्रतिवेदन को भेजना सुनिश्चित करेंगे.
- सिविल सर्जन ने बताया जिले भर में चलाया जाएगा सर्वजन दवा सेवन अभियान
- लोगों के घरों पर पहुंचकर अपने सामने ही दवा खिलाएंगे स्वास्थ्य कर्मी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला स्वास्थ्य समिति बक्सर के सभाकक्ष में फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान के तहत जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया. इस अवसर पर कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे बक्सर सिविल सर्जन डॉ. जितेन्द्र नाथ ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रखंड सामुदायिक समन्वयक, वेक्टर बौर्न डिजीज सुपरवाइजर एवं केयर इंडिया के प्रखंड समन्वयकों को संबोधित करते हुए कहा कि हाथी पांव (फाइलेरिया) एक ऐसी बीमारी है जिसका पैरासाइट लगभग सभी लोगों में पाया जाता है. इसके सफाये के लिए सरकार के द्वारा वर्ष में एक बार सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जाता है. इसके अंतर्गत डीईसी (डाई इथाइल कार्बामाजीन) की खुराक दी जाती है. तय डोज के अनुसार दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को एक गोली, छह से 14 वर्ष के बच्चों को दो गोली तथा 15 साल से अधिक उम्र के सभी लाभार्थियों को तीन गोलियां दी जानी है. दवा आशा कार्यकर्ता के सामने ही खानी है. इसके साथ ही एल्बेंडाजोल की एक गोली चबाकर खानी है. सिविल सर्जन ने कहा कि इस बार के सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में WHO एवं केयर इंडिया के द्वारा सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है. उनके द्वारा सभी प्रखंडों में एक अतिरिक्त समन्वयक को पदस्थापित किया जा रहा है. सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम में ये प्राथमिकता के आधार पर संबंधित प्रखंड समन्वय समिति की बैठक प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित करवाना, माइक्रो प्लान बनाना, प्रखंड स्तर पर पर्यवेक्षण का कार्य एवं ससमय सभी प्रतिवेदन को भेजना सुनिश्चित करेंगे.
इस क्रम में जिला वेक्टर बौर्न डिजीज कंट्रोल पदाधिकारी डॉ. शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि इस कोरोना काल में सभी लाभुकों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए दवा का सेवन करवाना हमारी प्राथमिकता होगी. कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ अरुण कुमार, थे जिनके द्वारा कार्यक्रम के रूप रेखा पर प्रकाश डाला गया. मौके पर सीडीओ डॉ नरेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ सुधीर कुमार, डॉ ए के श्रीवास्तव सभी बी सी एम कालाजार पर्वेक्षक आदि उपस्थित थे.
क्या है अभियान:
इस अभियान में ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेटर आशा एवं वालंटियर द्वारा घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जाएगी. कोरोना सक्रंमण को देखते हुए ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेटर लाभार्थी के कटोरे में दवा देगी व अपने सामने दवा का सेवन सुनिश्चित कराएगी. एक टीम एक दिन में 40 से 50 घरों का दौरा कर लक्षित समूह को सिर्फ दवा ही वितरण नहीं करेगी बल्कि उन्हें अपने सामने दवा खिलाएंगे. अभियान के दौरान प्रतिदिन छूटे हुए व्यक्तियों को पुनर्भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी. इसके अतिरिक्त 7 वें व 14 वें दिन पूर्ण रूप से पुनर्भ्रमण करते हुए छूटे हुए सभी लोगों को दवा खिलाई जाएगी. इसके अलावा जीविका कार्यकर्ता, स्कूली बच्चे व पंचायत सदस्यों द्वारा सामुदायिक स्तर पर फाइलेरिया एवं एमडीए के विषय में जागरूकता भी फैलाई जाएगी.
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