वीडियो: सारीमपुर, धोबी घाट और सत्यदेव मिल में भी घुसा बाढ़ का पानी, नदांव-जगदीशपुर मार्ग जलमग्न, दियारा इलाके के लोगों ने ली बांध पर शरण ..

वाराणसी में फिलहाल दो सेंमी की रफ्तार जारी है. वहां से पानी आने में लगने वाले समय को देखते हए अनुमान है कि अभी दो दिनों तक राहत नहीं मिलने वाली है. उधर रिहंद बांध से 2780 क्यूसेक तथा रोहतास के इंद्रपुरी बराज से 80 हजार क्यूसेक पानी सोन में छोड़े जाने की सूचना है. सोन के रास्ते इस पानी के गंगा में मिलने के बाद गंगा पर और दबाव बढेगा.
सारीमपुर में जलमग्न मकान



इटाढ़ी में जलजमाव का दृश्य

- गंगा तथा सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी
- बक्सर-कोइलवर तटबंध की निगरानी में जुटे हैं अधिकारी


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है. सहायक नदियों में भी उफान है ऐसे में एक तरफ जहां गंगा के सीमावर्ती इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों को परेशानी में डाल रहा है वहीं, सहायक नदियों तथा नहरों के माध्यम से भी विभिन्न इलाकों में पानी चढ़ने लगा है. सारीमपुर में बिजली कंपनी के कर्मी असलम इराकी के घर के साथ ही दो-चार अन्य  लोगों के घर में पानी प्रवेश कर गया. सदर प्रखंड के नदांव-जगदीशपुर मार्ग पर पानी भर गया है. नगर के सत्यदेव मिल, खलासी मोहल्ला तथा सोहनी पट्टी के निचले इलाकों में नालियों के माध्यम से पानी भरा हुआ है. नगर के धोबी घाट मोहल्ले में भी पानी प्रवेश कर गया है, चौसा प्रखंड के विभिन्न इलाकों में जलभराव बढ़ता जा रहा है. इटाढ़ी प्रखंड के विभिन्न इलाकों में भी ठोरा नदी का जल कई गाँवों में प्रवेश कर गया है. किसानों की खेती भी चौपट हुई है.
नदांव-जगदीशपुर मार्ग पर जलजमाव





रात 11 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर आधा सेंमी की रफ्तार से 60.83 मीटर दर्ज किया गया है. धीमी गति से ही लेकिन, जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. अधिकारियों की माने तो मंगलवार रात तक जलस्तर के इस वर्ष के अधिकतम आंकड़े को पार कर जाने की उम्मीद है. बक्सर-कोइलवर तटबंध की सुरक्षा को लेकर लगातार निगरानी की जा रही है. इस बीच तटबंध की सुरक्षा को देखते हुए बिहार घाट में रोड क्रासिग समेत छोटे-छोटे तमाम नालों पर रेत की बोरियां डालकर उसे बंद कर दिया गया है. 

इसके अतिरिक्त इलाहाबाद में जलस्तर वृद्धि में एक सेंमी की रफ्तार बनी हुई है, तो वाराणसी में फिलहाल दो सेंमी की रफ्तार जारी है. वहां से पानी आने में लगने वाले समय को देखते हए अनुमान है कि अभी दो दिनों तक राहत नहीं मिलने वाली है. उधर रिहंद बांध से 2780 क्यूसेक तथा रोहतास के इंद्रपुरी बराज से 80 हजार क्यूसेक पानी सोन में छोड़े जाने की सूचना है. सोन के रास्ते इस पानी के गंगा में मिलने के बाद गंगा पर और दबाव बढेगा.
सती घाट का नजारा


बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक बक्सर-कोइलवर तटबंध की सुरक्षा पर बराबर निगाह रखी जा रही है और सुरक्षा संबंधी तमाम उपाय अपनाए जा रहे हैं.

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