मानसून विदा, पर 17-18 को हल्की बारिश के आसार ..

न्यूनतम तापमान में धीरे धीरे गिरावट जारी है, जो रात ठंडी होने की ओर इशारा कर रहा है. मौसम विज्ञानी भी मानते हैं कि अगले पखवारे से वातावरण में गुलाबी ठंड का प्रभाव अपना असर दिखाना शुरु कर देगा. इस बार सर्दी के मौसम में अधिक ठंड पड़ने का भी कयास लगाया जा रहा है. 

 





- धूप छांव के कारण उमस का असर हुआ कम
- शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.8 हुआ रिकॉर्ड

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में गुलाब और शाहीन चक्रवात में झमाझम हुई बारिश के बाद अब माना जा रहा है की प्रांत से मानसून की विदाई हो गई है हालांकि, आसमान में बादलों की कुछ टुकड़ियां अभी भी पैंतरेबाजी करते दिख रही हैं. धूप छांव की इस घालमेल में वातावरण में उमस का असर भी कम होने का अहसास कराने लगा है. लेकिन मौसम विज्ञानियों ने 17-18 को जिले में हल्की बारिश पड़ने की उम्मीद जताई है. 

जिला विज्ञान केंद्र के लघु तापमापी केंद्र कुकुढ़ा में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान जहां 23.3 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया है. वहीं, अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस पर रिकार्ड किया गया है. यानि कि न्यूनतम तापमान में धीरे धीरे गिरावट जारी है, जो रात ठंडी होने की ओर इशारा कर रहा है. मौसम विज्ञानी भी मानते हैं कि अगले पखवारे से वातावरण में गुलाबी ठंड का प्रभाव अपना असर दिखाना शुरु कर देगा. इस बार सर्दी के मौसम में अधिक ठंड पड़ने का भी कयास लगाया जा रहा है. परंतु, मौसम में तकरीबन दस दिनों बाद एक बार फिर से शनिवार को तापमान में मामूली बढ़ोतरी होते दर्ज की गई है. कृषि विज्ञानी डॉ. देवकरण ने कहा की मौसम में बदलाव का कारण बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र को माना जा रहा है. इसके कारण बक्सर समेत प्रांत के कई जिलों में बारिश होने की संभावना की गई है. यदि बारिश होती है तो इसका प्रतिकूल असर धान की फसल भी पड़ेगा. 

विगत दस दिनों में क्या रहा बक्सर का तापमान : 

 
तारीख        न्यूनतम     अधिकतम
06/10         23.8          33.2
07/10         24.0          33.5
08/10         22.2          33.2
09/10         23.9          33.0
10/10         24.4          33.5
11/10         24.4          33.2
12/10         23.2          33.0
13/10         23.0          33.2
14/10         22.5          33.0
15/10         23.3          33.8

  - गिरधारी अग्रवाल











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