सत्ता विरोधी आँधी में नहीं बच सकी बीडीसी सह निवर्तमान प्रमुख की कुर्सी ..

पंचायत चुनाव के पहले व दूसरे चरण के आए परिणाम में 80 फीसद पंचायत प्रतिनिधि को हार का सामना करना पड़ा है. इस सत्ता विरोधी लहर में जहाँ कई वर्षो से जमे धुरन्धर प्रतिनिधियों के कुनबे हवा में उड़ गए वहीं, इस लहर का असर पंचायत समिति सदस्यों पर भी हावी रहा. 
अपने पुत्र के साथ हेठुआ पंचायत की विजेता बीडीसी तारा मुनि देवी

 






- 19 में 15 मुखिया गंवा चुके हैं अपनी कुर्सी
- बहुत तेजी से चल रही है सत्ता विरोधी आंधी

बक्सर टॉप न्यूज़, चौसा बक्सर : पंचायत चुनाव के पहले व दूसरे चरण के आए परिणाम में 80 फीसद पंचायत प्रतिनिधि को हार का सामना करना पड़ा है. इस सत्ता विरोधी लहर में जहाँ कई वर्षो से जमे धुरन्धर प्रतिनिधियों के कुनबे हवा में उड़ गए वहीं, इस लहर का असर पंचायत समिति सदस्यों पर भी हावी रहा. परिवर्तनकारी आंधी में निवर्तमान प्रमुख रीता देवी को भी भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा.





अभी जिले में पहले राजपुर प्रखण्ड के सभी 19 पंचायतों के आये परिणाम में 15 मुखिया को हार का सामना करना पड़ा है. वहीं, तीनों जिला परिषद सदस्य की सीट पर परिवर्तन की बयार का असर दिखा है. नए प्रतिनिधियों ने जिप सदस्य पद पर कब्जा जमा लिया है. यही असर पंचायत समिति सदस्य की सीटों पर भी देखने को मिला. इस सत्ता विरोधी आँधी में प्रमुख रीता देवी अपनी कुर्सी नही बचा सकी. वे अपने हेठुआ पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र 12 से उम्मीदवार थी. उन्हें कुल 2197 मत मिले थे वहीं, उनके प्रतिद्वंदी तारामुनी को कुल 2720 मत मिले थे. रीता देवी 523 मतों के अंतर से हार का स्वाद चखना पड़ा.  हालांकि, इस प्रखण्ड के कुल 26 सीटों पर पांच ही निवर्तमान पंचायत समिति सदस्यों अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे. बाकी सभी सत्ता विरोधी हवा में उड़ गए.

















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