कार्यालयों में हिन्दी के प्रयोग पर जोर, बच्चों ने किया काव्य पाठ ..

कहा कि बिना राष्ट्र भाषा को उचित सम्मान दिए हम अपनी संस्कृति और देश की गरिमा की रक्षा नहीं कर सकते. हिंदी एक सरस और समृद्ध भाषा है जिसके अधिकाधिक उपयोग से हम सभी आपस एकता के सूत्र से बंध सकते हैं.


- हिन्दी दिवस के मौके पर आयोजित हुए कई कार्यक्रम
- भाषा को समृद्ध बनाने में योगदान देने की अपील

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : विश्व हिंदी दिवस के मौके पर जिले में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा अध्यक्षता में इस मौके पर विमर्श संगोष्ठी का आयोजन किया गया. ज्ञात हो कि 14 सितंबर 1949 को देवनागरी लिपि में हिन्दी कोआधिकारिक भाषा घोषित किया गया.14 सितंबर 1953 को प्रथम बार हिन्दी दिवस मनाया गया. भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरु ने इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राज भाषा विभाग आधिकारिक कार्यों को करता है. अनुमंडल पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों तथा कर्मियों के द्वारा अपने अपने विचार रखे गए. किस प्रकार कार्यालय के स्तर पर हिन्दी भाषा को और ज्यादा समृद्ध किया जाए.

हिंदी दिवस पर बाल विकास केंद्र में हुआ एकल काव्य पाठ :

सदर प्रखंड स्थित बाल विकास केंद्र विद्यालय में सभी कक्षा के बच्चों द्वारा एकल काव्य पाठ किया गया. साथ ही हिंदी श्रुतलेख के माध्यम से छात्र-छात्राओं के हिंदी लेखन कौशल की भी समीक्षा की गई.


इस अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के निदेशक सतीश चंद्र त्रिपाठी ने वैश्विक परिवेश में हिन्दी की बढ़ती महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि देवनागरी की द्वितीय ज्येष्ठ पुत्री हिंदी विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित हो रही भारत माता के भाल की गर्वित बिंदु है. हिन्दी शब्दकोश के साथ-साथ साहित्य की दृष्टि से भी विश्व की सबसे समृद्ध भाषा है. यह सभी भारतीयों का सामूहिक उत्तरदायित्व है कि हिंदी को और भी मजबूती से विश्व पटल पर स्थापित करने हेतु और भी स्थाई एवं गरिमामय कदम उठाएं जाए.



विद्यालय के प्राचार्य शशि भूषण पांडेय ने साहित्य और शब्दकोश से समृद्ध हिंदी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि बिना राष्ट्र भाषा को उचित सम्मान दिए हम अपनी संस्कृति और देश की गरिमा की रक्षा नहीं कर सकते. हिंदी एक सरस और समृद्ध भाषा है जिसके अधिकाधिक उपयोग से हम सभी आपस एकता के सूत्र से बंध सकते हैं.

श्रुतिलेख प्रतियोगिता में वरिष्ठ वर्ग में आकृति तिवारी, श्वेता उपाध्याय एवं सौम्या त्रिपाठी ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया. जबकि कनिष्ठ वर्ग में अदिति राय, अंकित तिवारी और शिवांगी उपाध्याय ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया.

इस अवसर पर विद्यालय के अनेक छात्र छात्राओं - अक्षिता सिंह, आदर्श खरवार, खुशबू कुमारी, मनीषा कुमारी, समीर अंसारी, इंद्रजीत यादव, सुरभि कुमारी, सिमरन सिंह, आकाश गुप्ता, नंदनी कुमारी आदि ने  हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एकल काव्य पाठ प्रस्तुत किया. इस अवसर पर हृदय शंकर तिवारी, नेहा, वंदना सिंह, वीणा द्विवेदी, अनामिका कुमारी, जूही सिंह, संजय उपाध्याय, अविनाश कुमार, गिरीश चंद्र त्रिपाठी, दीपू दुबे, भरत पासवान, उर्मिला देवी आदि शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी भी उपस्थित रहे.















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