वीडियो : एक साथ सड़कों पर उतरी पूरे जिले की पुलिस तो मचा हड़कंप ..

थाने में यदि अपराधिक वारदात घटित होने की सूचना मिले तो थानाध्यक्ष के द्वारा सीधे बक्सर जिला मुख्यालय स्थित पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी जाए और वहां से अब कंट्रोल रूम के पदाधिकारियों के द्वारा जिले के सभी थानों के साथ-साथ सीमावर्ती जिले और राज्यों के थानों को भी अलर्ट कर दिया जाए,ताकि समय जांच अभियान शुरू हो सके और अपराधी तुरंत ही पकड़ में आ सके.





- जिलेभर में चलाया गया मॉक-ड्रिल, आने जाने वाले हर वाहन की ली गई तलाशी
- एसपी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर जिले भर में चला अभियान

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : एसपी नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर जिले में शाम तकरीबन 3:30 बजे एक साथ एक ही समय पर संपूर्ण जिले के सभी पुलिस पदाधिकारियों सर्किल इंस्पेक्टर थानाध्यक्षों एवं ओपी प्रभारियों के द्वारा जिले भर में सघन जांच शुरू कर दी गई. अचानक हुई इस कार्रवाई के बाद लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. लोग यह समझ ही नहीं पा रहे थे कि पुलिस अचानक आखिर इतनी सक्रिय क्यों हो गई? तकरीबन 10 घंटे तक यह अभियान चला, जिसमें सभी चार अंतर जिला एवं चार अंतर राज्यीय सीमाओं को सील कर दिया गया. हर आने-जाने वाले व्यक्ति एवं वाहन की तलाशी ली जाने लगी. बाद में पुलिस के द्वारा एसपी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल था, लेकिन इससे यह देखा गया कि किसी भी अपराध की सूचना पर पुलिस टीम कितनी तत्परता से कार्य कर सकती है.




एसपी ने बताया कि मॉक ड्रिल में दोनों अनुमंडल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मुख्यालय दडीएसपी सभी सर्किल इंस्पेक्टर एवं थानाध्यक्ष तथा ओपी प्रभारी वाहनों की जांच कर रहे थे. इस दौरान यह देखा गया कि किस इलाके की पुलिस टीम ने मुख्यालय से प्राप्त सूचना के आलोक में कितनी तत्परता से कार्य किया और किसने सूचना के बाद भी कार्य में ढिलाई बरती? विषय को लेकर एक समीक्षा बैठक भी की जाएगी जिसके बाद क्राइम कंट्रोल के लिए आगे की रणनीति बनेगी.

केवल एक सूचना पर अलर्ट हो जाएगी पूरे जिले की पुलिस :

एसपी ने बताया कि यूं तो मॉक ड्रिल समय-समय पर होता रहता है, लेकिन तकरीबन डेढ़ साल के बाद पूरे जिले में यह आभासी अभियान चलाया गया. अब एक ऐसा सिस्टम विकसित किया जाएगा जिसमें किसी भी थाने में यदि अपराधिक वारदात घटित होने की सूचना मिले तो थानाध्यक्ष के द्वारा सीधे बक्सर जिला मुख्यालय स्थित पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी जाए और वहां से अब कंट्रोल रूम के पदाधिकारियों के द्वारा जिले के सभी थानों के साथ-साथ सीमावर्ती जिले और राज्यों के थानों को भी अलर्ट कर दिया जाए,ताकि समय जांच अभियान शुरू हो सके और अपराधी तुरंत ही पकड़ में आ सके.










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