वीडियो : चोरी की बिजली जलाते पड़े गए औद्योगिक इकाई संचालक, अब देने होंगे 20 लाख से ज्यादा रुपये ..

सहायक अभियंता शिव कुमार ने स्वयं यह चोरी पकड़ी और इसका वीडियो भी बनवाया. अब निमित अखौरी पर 8 लाख 75 हज़ार 493 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है. ऐसे में उन्हें अब 20 लाख 51 हज़ार 392 रुपयों का भुगतान करना होगा. 

 





- साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की बड़ी कार्रवाई
- सहायक अभियंता ने कहा लगातार चलता रहेगा अभियान

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बिजली कंपनी के द्वारा चलाए गए सघन जांच अभियान के दौरान डेढ़ दर्जन लोगों के विरुद्ध लाखों रुपये का जुर्माना लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. खास बात यह भी है कि 10 दिनों के अंदर हुई इस कार्रवाई की सूची में कई सफेदपोश भी शामिल हैं. सबसे बड़ी कार्रवाई औद्योगिक थाना क्षेत्र में गजेंद्र ह्यूम पाइप नामक औद्योगिक इकाई का संचालन करने वाले निमित्त अखौरी पर हुई है जिन पर पहले से 11 लाख 77 हज़ार 899 रुपये का बकाया होने पर कनेक्शन काट देने के बाद भी बिजली का चोरी से उपयोग करने का आरोप लगा है. बिजली कंपनी के सहायक अभियंता शिव कुमार ने स्वयं यह चोरी पकड़ी और इसका वीडियो भी बनवाया. अब निमित अखौरी पर 8 लाख 75 हज़ार 493 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है. ऐसे में उन्हें अब 20 लाख 51 हज़ार 392 रुपयों का भुगतान करना होगा. हालांकि, निमित्त अखौरी का कहना है कि यह मामला न्यायालय में लंबित होने और दोबारा बिजली कनेक्शन नहीं मिलने के कारण उन्हें पंखा और बल्ब जलाने के लिए अवैध रूप से बिजली लेनी पड़ी.

सहायक अभियंता शिव कुमार ने बताया कि इस बार चलाए गए अभियान में बक्सर नगर के मारुति नगर कॉलोनी निवासी अशोक यादव पर 20,902 रुपये, जितेंद्र कुमार मिश्रा पर 7727, रामरेखा घाट के रमाकांत पांडेय पर - 37,600 वीर कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी शशि कान्त राय पर 10,000 शिक्षक कॉलोनी निवासी आशा पांडेय पर 49,000, चीनी मिल मोहल्ले के निवासी अमित कुमार पर 47,800, बक्सर आरा रोड में एस्सार पेट्रोल पम्प के समीप के निवासी प्रकाश चौबे पर 42, 000, गोलम्बर निवासी सुनील कुमार पर 1,54,000, मठिया मोहल्ला निवासी माया शंकर राम पर 11,247, पारस यादव पर 29,032, रवि प्रकाश वर्मा पर 11,593 शिवजी राम पर मठिया, 10054 जुर्माना लगाते हुए संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

बकौल सहायक अभियंता, नियमित रूप से जांच अभियान चलाया जाता रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि जो ऊर्जा खरीद कर लोगों के बीच वितरित की जाती है उसका पूर्ण भुगतान नहीं मिल पाने के कारण कंपनी को घाटा होता है. ऐसे में हर माह साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के निर्देशानुसार बिजली चोरी करने वालों को पकड़ा जाता है.

वीडियो : 







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