चुस्त-दुरुस्त प्रशासनिक व्यवस्था के बीच भगवान भास्कर को दिया गया पहला अर्घ्य, परिषद ने दोगुनी की नगर की खूबसूरती ..

रामरेखा घाट पर जाने और आने के लिए अलग-अलग रास्तों को बनाया गया है. जिससे की वृद्धि हो और उनके परिजनों को काफी सहूलियत हो रही है. एनडीआरएफ की टीम भी तत्परता से गंगा नदी में गश्त लगाती देखी गई. जबकि नगर परिषद का सहायता केंद्र भी बेहतर ढंग से कार्यरत था. रामरेखा घाट के विवाह मंडप के ऊपर इस वर्ष भी नवयुवकों का जमावड़ा था. 







- आस्था के महापर्व डाला छठ पर लाखों लोगों ने दिया पहला अर्घ्य
- डीएम समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने स्टीमर से लिया व्यवस्था का जायजा

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सूर्योपासना के महापर्व छठ में अस्तचलगामी भगवान भुवन भास्कर को श्रद्धालुओं के द्वारा पहला अर्घ्य अर्पित किया गया. शहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नदी, नहर, आहार, तालाब के साथ-साथ अपने घरों में बनाए गए कृत्रिम तालाब के समीप पूजन कार्यक्रम संपन्न किया. छठ पर्व को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाने की बात कही गई थी जो दिखाई भी दे रही थी. 

नगर परिषद के द्वारा भव्य द्वार, कट आउट, पेंटिंग्स एवं साइन बोर्ड लगाकर नगर की खूबसूरती को दो गुना कर दिया गया है. रामरेखा घाट पर जाने और आने के लिए अलग-अलग रास्तों को बनाया गया है. जिससे की वृद्धि हो और उनके परिजनों को काफी सहूलियत हो रही है. एनडीआरएफ की टीम भी तत्परता से गंगा नदी में गश्त लगाती देखी गई. जबकि नगर परिषद का सहायता केंद्र भी बेहतर ढंग से कार्यरत था. रामरेखा घाट के विवाह मंडप के ऊपर इस वर्ष भी नवयुवकों का जमावड़ा था. 

सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल, आरक्षी अधीक्षक मनीष कुमार, उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल, अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्र, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार स्टीमर से व्यवस्थाओं का जायजा लेते भी देखे गए. 

इस दौरान निजी नौका परिचालन पर पूरी तरह से प्रतिबंध था. इस बार प्रशासन के आह्वान पर लोगों ने विस्तारित गंगा घाटों से भी छठ किया. ऐसे में प्रमुख गंगा घाटों पर व्यवस्थित भीड़ देखी गई.  

हर साल की तरह रेडक्रॉस के द्वारा सहायता शिविर लगाया गया था. कई अन्य सामाजिक संस्थाओं ने भी शिविर लगाकर लोगों की सेवा की.

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो जाएगा चार दिवसीय महानुष्ठान :

डाला छठ में शहरी इलाके से अधिक ग्रामीण इलाके से लोग पहुंचे हुए हैं. पूरी रात छठी मैया के गीत गा रहे हैं. सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो जाएगा. स्थानीय पुजारी पंडित त्रिलोकी नाथ तिवारी ने बताया कि इस पर्व में भगवान भास्कर की आराधना करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. ऐसे में आस्था के इस महापर्व को सभी पूरे मनोयोग से करते हैं.







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