कहा कि वे बेहद भरे मन से यह निर्णय ले रहे हैं. उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार जताया और कहा कि उन्हें हमेशा मार्गदर्शन मिला, लेकिन अब जनहित में जनता की आवाज़ बुलंद करने की आवश्यकता है, जो वर्तमान प्रदेश नेतृत्व के अधीन संभव नहीं है.
- पूर्व जिलाध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री के के तिवारी के पुत्र ने जताई नाराज़गी
- कांग्रेस नेतृत्व पर गंभीर आरोप, पार्टी छोड़ने का फ़ैसला
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में कांग्रेस को एक बड़ा झटका तब लगा जब पूर्व जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने पार्टी की नीतियों और नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उनके साथ पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, प्रदेश नेता राहुल आनंद और पूर्व जिला उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा सहित लगभग 50 समर्थकों ने भी पार्टी से किनारा कर लिया. इस सामूहिक इस्तीफ़े के पीछे मुख्य कारण प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की नीतियों को बताया गया है, जिसे तथागत हर्षवर्धन ने जनहित और कांग्रेस की विचारधारा के विपरीत बताया है.
तथागत हर्षवर्धन ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए कहा कि वे बेहद भरे मन से यह निर्णय ले रहे हैं. उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभार जताया और कहा कि उन्हें हमेशा मार्गदर्शन मिला, लेकिन अब जनहित में जनता की आवाज़ बुलंद करने की आवश्यकता है, जो वर्तमान प्रदेश नेतृत्व के अधीन संभव नहीं है.
तथागत हर्षवर्धन ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पीढ़ियों से कांग्रेस की विचारधारा का अनुसरण किया और पार्टी को अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश नेतृत्व पार्टी की अस्मिता को गिरवी रखकर इसे परजीवी बना दिया है. बक्सर जिले के निर्माणाधीन चौसा थर्मल पावर स्टेशन से जुड़े किसानों के मुद्दों पर भी प्रदेश नेतृत्व की चुप्पी पर सवाल उठाए.
कांग्रेस अब गांधी, नेहरु, इंदिरा और राजीव गांधी के आदर्शों वाली नहीं - श्रीकांत पाठक :
पूर्व विधायक रहे श्रीकांत पाठक ने कहा कि मेरा परिवार स्वतंत्रता संग्राम से कांग्रेस के साथ रहा है लेकिन दुख इस बात का होता है कि आज कांग्रेस गांधी नेहरू इंदिरा और राजीव गांधी के आदर्श वाली पार्टी नहीं रही है उनकी शहादत को पार्टी भूल चुकी है और उनके आदर्शों से अलग होकर चल रही है उन्होंने यह भी कहा कि रजत के साथ रहकर प्रदेश नेतृत्व कांग्रेस को बर्बाद कर रहा है.
अपने उद्देश्यों के साथ न्याय नहीं कर पा रही कांग्रेस - राहुल आनंद :
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के संगठन सचिव रहे राहुल आनन्द ने कहा कि 32 सालों तक कांग्रेस से जुड़कर कार्य करने के बाद आज पार्टी छोड़ते हुए जितना दु:ख हमें हो रहा है उतना दु:ख शायद प्रदेश नेतृत्व को भी नहीं होगा. उन्होंने बप्रदेश नेतृत्व की स्वार्थी कार्यप्रणाली को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बुनियादी सिद्धांतों के विपरीत बताया. उन्होंने कहा कि वर्तमान नेतृत्व जनसरोकार, किसान-मजदूर और युवाओं के मुद्दों पर चुप है, जिससे वे राजनीति में अपने उद्देश्य के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी आज के समय में गैर कांग्रेसियों के द्वारा चलाई जा रही है.
पार्टी से टिकट की इच्छा रखने वाले होते हैं दलाल - बजरंगी मिश्र
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा ने कहा कि उन्होंने 15 साल से कांग्रेस का झोला ढोया है लेकिन आज निश्चित रूप से पार्टी में वह सम्मान नहीं मिला जो मिलना चाहिए था। जिस किसी वजह से वह पार्टी छोड़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि वह जिस किसी भी पार्टी में जाएंगे इसी शिद्दत से एक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग किसी पार्टी से केवल इस स्वार्थ में जुड़ते हैं कि उन्हें वहां टिकट मिल जाएगा वे लोग असल में नेता नहीं दलाल होते हैं.
क्या जन सुराज का दामन थामेंगे पूर्व जिलाध्यक्ष?
यह पूछे जाने पर की क्या वह जन सुराज का दामन थामेंगे उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर से उनकी बचपन की दोस्ती रही है. वह उनके घर आते-जाते रहे हैं. हालांकि यह दोस्ती राजनीतिक दोस्ती में बदलेगी या नहीं यह बात भविष्य के गर्भ में है. लेकिन निश्चय ही वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे और गांधीवादी विचारधारा को सदैव आगे बढ़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर अपनी गलतियों को सुधरे तो कांग्रेस से बेहतर पार्टी दूसरी कोई नहीं हो सकती.
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