बाढ़ में डूबा बक्सर, सांसद समारोहों में व्यस्त : बसपा ने उठाए गंभीर सवाल, वसूली के लगाए आरोप ..

कहा कि जनप्रतिनिधियों को अब जनता की समस्याओं को हल करने पर ध्यान देना चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों से भागने की बजाय जनता की सेवा के लिए काम करना चाहिए.

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- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूरी पर उठे सवाल
- बसपा नेता अनिल कुमार ने जनप्रतिनिधियों पर लगाए गंभीर आरोप, 
- उठाए भ्रष्टाचार और स्मार्ट मीटर पर सवाल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर जिले में बाढ़ की विकराल समस्या के बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर सवाल उठने लगे हैं. जिले में हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद बक्सर के सांसद अभिनंदन समारोहों में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश प्रभारी सह पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार ने सांसद की आलोचना करते हुए कहा कि वे अब तक बाढ़ प्रभावित गांवों में जाकर जनता से नहीं मिले हैं.

बसपा नेता ने सीधे तौर पर सांसद की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा, "क्या ब्रह्मपुर और अन्य इलाकों की जनता ने उन्हें सिर्फ अभिनंदन कराने के लिए वोट दिया था? क्या जनता ने उन्हें इसलिए चुना था कि वे समारोहों में शिरकत करें और अपने पद का जश्न मनाएं?" इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सांसद के अभिनंदन समारोह के नाम पर क्षेत्र के व्यवसायियों से जबरन चंदा वसूला जा रहा है. यह एक गंभीर मामला है और प्रशासन को इसकी जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए.

किसानों के मुद्दों पर सरकार की विफलता : 

अनिल कुमार ने अपने बयान में आगे कहा कि चुनाव के दौरान सांसद ने चौसा के किसानों की समस्याओं को हल करने का वादा किया था, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने कहा, "सांसद ने वादा किया था कि वे चौसा के किसानों की परेशानियों को दूर करेंगे और उनकी स्थिति में सुधार लाएंगे, लेकिन अब तक किसान अपने हाल पर हैं. क्या ऐसा माना जाए कि सांसद और विधायक बिचौलियों के हाथों में फंस गए हैं?"

बसपा नेता ने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधि केवल वादे करते हैं, लेकिन जब काम की बात आती है, तो वे पूरी तरह से असफल साबित होते हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है और बिचौलियों के कारण उनकी समस्याएं और बढ़ गई हैं.

सड़क निर्माण के श्रेय पर राजनीति : 

बसपा नेता ने सड़कों की दयनीय स्थिति पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जिले में सड़क निर्माण के नाम पर श्रेय लेने की होड़ मची हुई है, लेकिन वास्तविक स्थिति यह है कि सड़कों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. उन्होंने बक्सर-कोचस मार्ग का उदाहरण देते हुए कहा, "आज बक्सर-कोचस मार्ग में इतने गड्ढे हैं कि यह समझना मुश्किल हो जाता है कि सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है."

इसके अलावा, उन्होंने इटाढ़ी और धनसोई बाजारों के सड़कों की बदहाली का भी जिक्र किया.  वहीं कहा कि बक्सर से जासो, नदांव, जगदीशपुर होते हुए डुमरांव जाने वाली सड़क का हाल भी बदतर है. जनप्रतिनिधियों को केवल श्रेय लेने के बजाय सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए ताकि सड़कें लंबे समय तक बनी रहें और जनता को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

घिनौनी राजनीति पर रोक लगाने की मांग :

अनिल कुमार ने अपने बयान में जनप्रतिनिधियों की राजनीति को घिनौना करार देते हुए कहा कि वे केवल अपने स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "जनप्रतिनिधियों को अब इस तरह की राजनीति बंद करनी होगी और जनता के हितों के बारे में सोचना होगा. सड़क, रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतों को प्राथमिकता देनी चाहिए. आज जनता परेशान और बेहाल हो गई है, लेकिन जनप्रतिनिधि अपने ऐशो-आराम में लगे हुए हैं."

बसपा नेता ने अपने बयान के अंत में कहा कि जनप्रतिनिधियों को अब जनता की समस्याओं को हल करने पर ध्यान देना चाहिए और अपनी जिम्मेदारियों से भागने की बजाय जनता की सेवा के लिए काम करना चाहिए.









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