358 किलोग्राम पटाखा निर्माण सामग्री बरामद, अवैध कारोबार से लोगों की जान पर था खतरा ..

स्थानीय पटाखा निर्माणकर्ता डुमरांव बाजार से पटाखा निर्माण की सामग्री खरीदते हैं, जिसे अवैध रूप से अपने स्थानों पर उपयोग किया जाता है. पुलिस ने इस बार गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और न्यू मार्केट स्थित एक दुकान से सोरा, गंधक और चारकोल का बुरादा बरामद किया.







                                                                   





-सामग्री की बरामदगी के बाद दुकानदार गिरफ्तार

गुप्त सूचना पर पुलिस की कार्रवाई

डुमरांव अनुमंडल में अवैध पटाखा निर्माण का नेटवर्क सक्रिय

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में डुमरांव के न्यू मार्केट इलाके में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की और बड़ी मात्रा में अवैध रूप से पटाखा बनाने की सामग्री जब्त की. इस छापेमारी में पुलिस ने 358 किलोग्राम पटाखा निर्माण सामग्री बरामद की और दुकान के मालिक कन्हैया प्रसाद को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया. इस कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध पटाखा निर्माण करने वालों में हड़कंप मच गया है.

डुमरांव अनुमंडल के नया भोजपुर, पुराना भोजपुर, नावानगर और चौगाई सहित कुछ अन्य इलाकों में लंबे समय से शादी-विवाह के मौसम और दीपावली के दौरान बड़े पैमाने पर पटाखा का अवैध निर्माण होता रहा है. स्थानीय पटाखा निर्माणकर्ता डुमरांव बाजार से पटाखा निर्माण की सामग्री खरीदते हैं, जिसे अवैध रूप से अपने स्थानों पर उपयोग किया जाता है. पुलिस ने इस बार गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और न्यू मार्केट स्थित एक दुकान से सोरा, गंधक और चारकोल का बुरादा बरामद किया.

358 किलोग्राम सामग्री बरामद :

अपर थानाध्यक्ष संजीत कुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी की, जिसमें 196 किलो सोरा, 82 किलो गंधक और 80 किलो चारकोल का बुरादा मिला. पुलिस ने दुकान के मालिक कड़वी निवासी छठ्ठु प्रसाद के पुत्र कन्हैया प्रसाद को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही पुलिस ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई को आगे बढ़ाया.

प्रशासन की चेतावनी :

डुमरांव अनुमंडल पदाधिकारी  राकेश कुमार ने बताया कि बिना लाइसेंस के पटाखा निर्माण और बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है. इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

पहले भी विस्फोट में जान गंवा चुके हैं लोग :

गौरतलब है कि नया भोजपुर और पुराना भोजपुर में पहले भी अवैध पटाखा निर्माण के दौरान हुए विस्फोटों में दो लोगों की जान जा चुकी है, बावजूद इसके अवैध निर्माण रुक नहीं रहा था.










Post a Comment

0 Comments