संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा 2024 (सीएमएस) में 228वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. ऋतुराज भारतीय रेलवे के यांत्रिक विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत के बी तिवारी के पुत्र हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार, परिचितों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.
- सफलता से हर्षित है स्वजन तथा ग्रामवासी
- जिले के डुमरांव प्रखंड के सुरौंधा गांव निवासी हैं ऋतुराज
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के डुमरांव प्रखंड के सुरौंधा गांव के निवासी ऋतुराज पति ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा 2024 (सीएमएस) में 228वीं रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. ऋतुराज भारतीय रेलवे के यांत्रिक विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत के बी तिवारी के पुत्र हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार, परिचितों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.
ऋतुराज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पटना से पूरी की. उन्होंने दसवीं तक की पढ़ाई पटना के केंद्रीय विद्यालय से की और इसके बाद 11वीं और 12वीं की परीक्षा दिल्ली के केंद्रीय विद्यालय से उत्तीर्ण की. शैक्षिक सफलता के इस सफर में उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई दिल्ली के प्रतिष्ठित हिंदू राव मेडिकल कॉलेज से पूरी की. वर्ष 2023 में एमबीबीएस के दौरान उन्होंने ऑल इंडिया स्तर पर 4100वीं रैंक हासिल की थी.
ऋतुराज की मेहनत और समर्पण ने उन्हें संघ लोक सेवा आयोग की संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा में सफलता दिलाई. यह परीक्षा भारतीय रेलवे, भारतीय आयुध कारखानों, दिल्ली नगर निगम, और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद जैसे सरकारी संगठनों में चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है.
परिवार से मिली प्रेरणा :
ऋतुराज के परिवार का शैक्षिक माहौल भी उनकी सफलता में सहायक रहा. वे दो बड़ी बहनों के इकलौते भाई हैं. उनकी एक बहन एम.टेक. कर चुकी हैं, जबकि दूसरी बहन एलएलएम के बाद पीएचडी कर रही हैं और वर्तमान में कोलकाता के एमिटी यूनिवर्सिटी में कार्यरत हैं.घर में शिक्षा और समर्पण के माहौल ने ऋतुराज को कड़ी मेहनत और बेहतर लक्ष्य हासिल करने की प्रेरणा दी.
गांव और परिवार में खुशी का माहौल :
ऋतुराज की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव में हर्ष का वातावरण है. ग्रामीणों का मानना है कि ऋतुराज ने क्षेत्र का नाम ऊंचा किया है. उनके पिता के बी तिवारी, जो भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं, ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि यह सफलता परिवार और गांव के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है.
संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा का महत्व :
संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा (सीएमएस) संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित की जाती है. इसका उद्देश्य भारतीय रेलवे, भारतीय आयुध कारखानों, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद और अन्य संगठनों में चिकित्सा अधिकारी पदों पर नियुक्ति करना है. यह परीक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है.
ऋतुराज की सफलता ने न केवल उनके परिवार का गौरव बढ़ाया है, बल्कि यह क्षेत्र के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है. उनकी मेहनत और लगन से यह साबित हुआ है कि सही दिशा में प्रयास करने से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. उनकी इस उपलब्धि से जिले में उत्सव जैसा माहौल है और ग्रामीणों ने ऋतुराज को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं.
0 Comments