डुमरांव रेलवे स्टेशन पर ट्रैक मेंटेनेंस के दौरान दुर्घटना, सात ट्रैकमैन घायल

ट्रैक डिस्टेंसिंग का काम चल रहा था. इसके लिए 90 मिनट का डाउन लाइन पर ब्लॉक लिया गया था, जिसमें बक्सर सेक्शन के डुमरांव, बक्सर और बरूना के ट्रैकमैन शामिल थे. पोल संख्या 645/34 के पास ट्रैक को काटना आवश्यक था, ताकि तापमान के कारण पटरियां फैलने पर रेल खिसके नहीं.








                                            





- गंभीर चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती
- सेक्शन इंचार्ज पर कर्मचारियों ने लगाए आरोप

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : दिल्ली-हावड़ा मुख्य मार्ग पर डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप रेल पटरी मेंटेनेंस के दौरान हुई दुर्घटना में सात ट्रैकमैन गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत निजी अस्पताल और बाद में डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनका इलाज जारी है. 

इस बाबत ट्रैक मैन ने हादसे का कारण बताते हुए कहा कि पटरियों को काटने के लिए 12 मीटर तक रेल की फिश प्लेट्स खोल दी गई थी. जब पटरी के दोनों छोरों की कटिंग की गई, तो कटा हुआ 12 मीटर का पटरी का टुकड़ा बाहर की ओर उछल गया, जिससे सात ट्रैकमैन चोटिल हो गए.

दरसअल, डुमरांव स्टेशन के पास ट्रैक डिस्टेंसिंग का काम चल रहा था. इसके लिए 90 मिनट का डाउन लाइन पर ब्लॉक लिया गया था, जिसमें बक्सर सेक्शन के डुमरांव, बक्सर और बरूना के ट्रैकमैन शामिल थे. पोल संख्या 645/34 के पास ट्रैक को काटना आवश्यक था, ताकि तापमान के कारण पटरियां फैलने पर रेल खिसके नहीं.

जख्मी श्रमिकों में ब्रह्मपुर के धनछपरा निवासी सत्येंद्र कुमार (38) को गंभीर चोटें आई हैं, जिनका पैर टूट गया है. अन्य जख्मियों में बरूना के संतोष कुमार, बख्तियारपुर के अशोक राम, लालगंज मठिया के प्रेम राम, गौरा के भोदा खरवार, कुशालपुर के श्रीभगवान यादव और मुंगाव के मुन्ना यादव शामिल हैं.

घटना के बाद, जख्मी रेल कर्मचारियों ने सेक्शन इंचार्ज प्रमोद कुमार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रमोद कुमार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है. आरोप लगाया गया कि उन्होंने सभी फिश प्लेट की चाबियाँ खोलने का निर्देश दिया और बाहरी सतह पर खड़े रहने के लिए कहा, जिसके कारण कटी हुई पटरी उछल गई. कर्मचारियों ने यह भी कहा कि उन्हें काम के प्रति अत्यधिक दबाव बनाया जाता है और सस्पेंड करने की धमकी दी जाती है.

हालांकि, सेक्शन इंचार्ज प्रमोद कुमार ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि यह घटना एक दुर्भाग्य है और काम को समय पर पूरा करने की जिम्मेदारी उनकी होती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि घायलों को समय पर अस्पताल भेज दिया गया और घटना का रेल यातायात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. ब्लॉक के लिए निर्धारित समय के अनुसार, डाउन लाइन 14:55 के बाद क्लियर हो गई थी. पहली ट्रेन 15:04 बजे  सिकंदराबाद दानापुर स्पेशल ट्रेन आरा की तरफ रवाना हुई, लेकिन ट्रेनों का परिचालन सावधानी से किया जा रहा था.









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