छठ महापर्व पर भास्कर महोत्सव का भव्य आयोजन

महोत्सव में छठ पर्व की धार्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया गया. इस आयोजन का उद्देश्य छठ पर्व के महत्व और उसकी परंपराओं को सांस्कृतिक रूप में प्रस्तुत करना था, जिसे कलाकारों ने बखूबी निभाया.








                                            





- सूर्य वंदना से सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत, स्थानीय और बाहरी कलाकारों ने मोहा मन
- संगीतकारों की धुनों और गीतों ने छठ महोत्सव को भक्तिमय रंग से सराबोर किया

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के सिपाही घाट पर छठ महापर्व के उपलक्ष्य में गुरुवार को भास्कर महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ. कला संस्कृति एवं युवा विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस महोत्सव में छठ पर्व की धार्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत किया गया. इस आयोजन का उद्देश्य छठ पर्व के महत्व और उसकी परंपराओं को सांस्कृतिक रूप में प्रस्तुत करना था, जिसे कलाकारों ने बखूबी निभाया.

महोत्सव की शुरुआत सुश्री वसुंधरा शर्मा के कथक नृत्य से हुई, जिसमें उन्होंने सूर्य वंदना, राधा-कृष्ण दादरा और पारंपरिक कथक तीन ताल का प्रदर्शन किया. उनकी नृत्य प्रस्तुति में छठ पर्व की भक्ति भावना का अनुभव हुआ और इसे दर्शकों ने खूब सराहा. इसके बाद, सुश्री अंशिका दीप सिंह ने भगवान शिव की आराधना में गीत प्रस्तुत किया और छठ महापर्व के गीतों से उपस्थित जनसमूह को भक्तिमय कर दिया. उनकी गायकी ने छठ पर्व के प्रति आस्था को प्रबलता से उजागर किया.

इसके अलावा, सुश्री पूनम कुमारी और सुश्री ज्योति कुमारी ने भी छठ गीतों पर अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में धार्मिकता का रंग भरा, जो दर्शकों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया. संगीतकारों का योगदान भी महोत्सव में खास रहा. पं० आनंद किशोर मिश्रा ने गायन और संवादनी पर अपनी कला का प्रदर्शन किया, पं० माता प्रसाद मिश्र ने तबला वादन से समां बांधा, और श्री रवि प्रजापति ने बांसुरी की मधुर धुनों से माहौल को संगीतमय बना दिया. इनकी संगत ने कलाकारों की प्रस्तुतियों को और अधिक प्रभावशाली बनाया, जिससे दर्शक भावविभोर हो गए

कार्यक्रम के अंत में उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल, अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्र, प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारी प्रतीक्षा सिंह और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह से कलाकारों का उत्साह और भी बढ़ा, और उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद दिया.

भास्कर महोत्सव के इस आयोजन ने बक्सर के सिपाही घाट को संगीत, नृत्य और भक्ति के रंगों से सराबोर कर दिया। छठ पर्व के महत्व को इस सांस्कृतिक आयोजन के माध्यम से स्थानीय जनता और श्रद्धालुओं के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिससे छठ महापर्व की धार्मिकता और परंपराएं और गहराई से उभरकर सामने आईं.









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