उसने भरोसा दिलाने के लिए खेतों की मापी कराई और लोकेशन आधारित तस्वीरें व्हाट्सएप पर मंगवाईं. कुछ समय तक युवकों के खातों में 36 हजार, 46 हजार और 59,800 रुपये वेतन के रूप में भेजे गए ताकि वे विश्वास कर सकें.
- एसजेवीएन में नौकरी दिलाने के नाम पर हुई थी ठगी
- लगभग 5000 युवाओं से ठगी करने का मामला
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : एसजेवीएन में नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 5000 युवाओं से कुल 2.5 अरब रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. औसतन हर पीड़ित से 5 लाख रुपये वसूले गए. डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह ने पीड़ितों की शिकायत पर जिला अधिकारी अंशुल अग्रवाल से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया. डीएम ने आवेदन पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य को अग्रसारित किया. एसपी ने कहा है कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, आश्चर्य की बात यह है कि मामला लगभग एक सप्ताह पुराना होने के बाद भी अब तक प्राथमिकी दर्ज करने की कोई पहल नहीं की गई है. अगर पहले ही प्राथमिकी दर्ज होती, तो पुलिस आरोपी को पकड़ने के प्रयास में जुट सकती थी.
युवाओं ने बताया कि रंजन कुमार नामक व्यक्ति ने नौकरी दिलाने के नाम पर किसी से 4 लाख तो किसी से 6 लाख रुपये वसूले. उसने भरोसा दिलाने के लिए खेतों की मापी कराई और लोकेशन आधारित तस्वीरें व्हाट्सएप पर मंगवाईं. कुछ समय तक युवकों के खातों में 36 हजार, 46 हजार और 59,800 रुपये वेतन के रूप में भेजे गए ताकि वे विश्वास कर सकें.
धीरे-धीरे 5000 बेरोजगार युवक उसके झांसे में आ गए और बड़ी रकम दे बैठे. जब युवकों ने चौसा थर्मल पावर प्लांट में नौकरी के बारे में पूछा, तो उन्हें किसान आंदोलन का बहाना देकर टाल दिया गया.
आरोपी का फोन स्विच ऑफ :
30 नवंबर 2024 को युवकों को अलग-अलग स्थानों जैसे महाराष्ट्र, दिल्ली, नेपाल और भूटान में ट्रांसफर करने का दावा किया गया. उसी दिन से आरोपी रंजन कुमार का फोन स्विच ऑफ हो गया.
विधायक ने क्या कहा?
डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि रंजन कुमार द्वारा युवाओं से की गई इस ठगी को लेकर वह न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे. उन्होंने पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है.
0 Comments