बताया कि उनके शोध कार्य में श्रीलंका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो के मीडिया प्राध्यापक डॉ धर्मकृथी श्रीरंजन और दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया के प्रो. डॉ आतिश पराशर का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला. डॉ वर्धन ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर शोध पत्र प्रस्तुत करना उनके लिए गर्व की बात है.
- श्रीलंका में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में बक्सर के शोधार्थी की उपलब्धि
- अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में डॉक्टर स्नेहाशीष ने दिया व्याख्यान
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के पीपरपांती रोड निवासी सीताराम पांडेय के पुत्र और मीडिया अध्ययन के शिक्षक डॉ स्नेहाशीष वर्धन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बक्सर का नाम रोशन किया है. डॉ वर्धन को श्रीलंका के मास मीडिया मंत्रालय और सरकारी सूचना विभाग द्वारा आयोजित पहले कोलंबो अंतरराष्ट्रीय मीडिया शोध संगोष्ठी में उनके शोध पत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र का अवार्ड मिला है. यह संगोष्ठी राजधानी कोलंबो में आयोजित की गई थी, जिसमें 14 देशों के मीडिया प्राध्यापक और शोधार्थी शामिल हुए.
डॉ स्नेहाशीष वर्धन का शोध पत्र दक्षिण एशियाई मीडिया क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा लाए गए बदलावों पर केंद्रित था. छह महीने की गहन जांच और स्क्रूटनी के बाद 16 शोध पत्रों का चयन किया गया था, जिनमें से डॉ वर्धन का शोध पत्र सर्वश्रेष्ठ घोषित हुआ. संगोष्ठी चार सत्रों में आयोजित की गई थी, जिसमें मीडिया के भविष्य और तकनीकी विकास पर व्यापक चर्चा की गई.
श्रीलंका से लौटने के बाद डॉ वर्धन ने बताया कि उनके शोध कार्य में श्रीलंका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो के मीडिया प्राध्यापक डॉ धर्मकृथी श्रीरंजन और दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया के प्रो. डॉ आतिश पराशर का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला. डॉ वर्धन ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर शोध पत्र प्रस्तुत करना उनके लिए गर्व की बात है और यह उपलब्धि मीडिया के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने में सहायक होगी.
संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में श्रीलंका के जनसंचार मंत्री डॉ नलिंदा जयतिसा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इसके अलावा, सरकारी सूचना विभाग के महानिदेशक एच एस के बंडारा और कोरिया सॉन्गसिल यूनिवर्सिटी के प्रो. एरिक पार्क ने भी उद्घाटन सत्र को संबोधित किया. समापन सत्र में यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो के कुलपति प्रो. एच डी करुणारत्ने, मीडिया प्राध्यापक प्रो. धर्मकृथी श्रीरंजन और भारतीय उच्चायोग के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक प्रो. अंकुरण दत्ता ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
इस संगोष्ठी में मीडिया के क्षेत्र के कई विशेषज्ञों ने भाग लिया. डॉ नयना शूरवीरा, प्रो. ट्यूडर वीरासिंघे और सरकारी सूचना विभाग के सहायक निदेशक हर्षा बी अबेकून ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
डॉ स्नेहाशीष वर्धन ने इस उपलब्धि के लिए अपने मेंटर्स और परिवार का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह अवार्ड न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि उनके शिक्षकों और मार्गदर्शकों के सहयोग का भी प्रतीक है.
डॉ वर्धन की इस सफलता पर बक्सर के स्थानीय निवासियों और उनके परिचितों में खुशी की लहर है. उनके इस सम्मान से जिले के युवा शोधार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने कार्यों को प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
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