चार पंचायतें बनीं टीबी मुक्त, मरीजों को दी गई पोषण सहायता

निश्चय पोषण किट वितरित कर अभियान को आगे बढ़ाया. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के तहत इन पंचायतों में सभी आवश्यक मानकों को पूरा किया गया है, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों का योगदान सराहनीय रहा है.
पोषण किट प्राप्त करती महिलाएं









                                           



- डिहरी पंचायत में निश्चय किट का वितरण
- टीबी उन्मूलन में पंचायतों की अहम भूमिका

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: चौसा प्रखंड के चार पंचायतों – डिहरी, चुन्नी, पवनी और सरेंजा – ने टीबी मुक्त पंचायत का दर्जा हासिल कर लिया है. इस अवसर पर डिहरी पंचायत की बीडीसी सह चौसा ब्लॉक प्रमुख सुनीता राय ने चार मरीजों को निश्चय पोषण किट वितरित कर अभियान को आगे बढ़ाया. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के तहत इन पंचायतों में सभी आवश्यक मानकों को पूरा किया गया है, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों का योगदान सराहनीय रहा है.

बीडीसी सुनीता राय ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह पहल मरीजों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और समुदाय को रोग मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि इस अभियान का हिस्सा बनना उनके लिए गर्व की बात है और इससे पंचायत के लोग स्वस्थ रहेंगे.

चौसा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विमल कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि टीबी मरीजों के लिए पौष्टिक आहार अत्यंत आवश्यक है, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और उपचार की प्रक्रिया तेज होती है. उन्होंने कहा कि सरकार की निश्चय पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य टीबी मरीजों को आवश्यक पोषण प्रदान कर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना है.

सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर इंदु कुमारी ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत का सपना जनप्रतिनिधियों और समुदाय के सहयोग से ही साकार हो सकता है. उन्होंने कहा कि लगातार जागरूकता, स्क्रीनिंग और समय पर इलाज के कारण इन पंचायतों में टीबी के मामलों में कमी आई है.

इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे. चौसा प्रखंड की यह सफलता अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा बन रही है, जिससे क्षेत्र में टीबी उन्मूलन अभियान को और गति मिल रही है.









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