जिस तरह की परिस्थितियां घटनास्थल पर दिखीं उनके आधार पर पुलिस यह मान कर चल रही है कि घटना में कोई ऐसा व्यक्ति शामिल हो सकता है जो ओम प्रकाश सिंह अथवा उनके परिवार का नजदीकी हो.
जांच करने पहुंचे एसडीपीओ व अन्य |
- हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस
- पैक्स अध्यक्ष ने दुश्मनी से किया इनकार
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के देवढिया गांव में पैक्स अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह के चचेरे भाई ओम प्रकाश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या की यह घटना शुक्रवार सुबह सामने आई. पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल की परिस्थितियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि इस वारदात में किसी परिचित व्यक्ति का हाथ हो सकता है. पुलिस घटना से जुड़े सुराग इकट्ठा करने में लगी हुई है उम्मीद है कि जल्द ही इस हत्याकांड का उद्वेदन हो जाएगा.
50 से अधिक मोबाइल फोन्स की हो रही ट्रैकिंग :
घटना की जांच पुलिस वैज्ञानिक तरीके से कर रही है ऐसे में गुरुवार रात से लेकर शुक्रवार सुबह तक जो भी मोबाइल फोन घटनास्थल के आसपास एक्टिव रहे थे, पुलिस ने उन सब की सूची मंगवाई है. उन नंबरों को ट्रैक किया जा रहा है जो संदिग्ध प्रतीत हो रहे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार 50 से अधिक मोबाइल फोन ट्रैक हो रहे हैं.
ओमप्रकाश की किसी से नहीं थी कोई दुश्मनी :
देवढिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह ने बताया कि सेवानिवृत शिक्षक लक्ष्मण सिंह के पुत्र ओमप्रकाश सिंह बहुत ही सीधे व सरल व्यक्ति थे. घर की खेती बाड़ी का कार्य उन्ही के कंधे पर था. उनको किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी. ऐसे में उसकी हत्या के कारणों के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है.
किसी नजदीकी का हो सकता है घटना में हाथ :
ओम प्रकाश सिंह को चचेरे भाई धर्मेन्द्र सिंह से खास लगाव था. ऐसे में पुलिस के सामने चुनावी रंजिश में हत्या का एंगल है. इसके अतिरिक्त जिस तरह की परिस्थितियां घटनास्थल पर दिखीं उनके आधार पर पुलिस यह मान कर चल रही है कि घटना में कोई ऐसा व्यक्ति शामिल हो सकता है जो ओम प्रकाश सिंह अथवा उनके परिवार का नजदीकी हो. हालांकि पुलिस के साथ ही ग्रामीण भी इस मामले में विशेष कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं.
घटना के बाद रोते-बिलखते स्वजन |
दुश्मनी तो लोगों को हमसे होनी चाहिए भाई से क्या दुश्मनी - पैक्स अध्यक्ष
ओमप्रकाश की गोली मारकर हत्या के बाद रोते-बिलखते चचेरे भाई देवढिया पैक्स के पैक्स अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पैक्स चुनाव को लेकर तो दुश्मनी हमसे लोगों को होनी चाहिए. हमारे भाई से क्या दुश्मनी थी? हमारे भाई खेती से लेकर घर के सभी कार्य करते थे. उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी.
इसी जगह सोएं थे ओमप्रकाश |
दूसरे राज्य में नौकरी करते हैं पुत्र, पत्नी के साथ गांव पर रहते थे ओम प्रकाश
मृतक ओम प्रकाश सिंह के सत्यम तथा सुंदरम नामक दो पुत्र हैं दोनों इंजीनियर हैं और बाहर नौकरी करते हैं. बड़े पुत्र सत्यम विवाहित हैं, जबकि छोटे का अभी विवाह नहीं हुआ है. ओम प्रकाश सिंह अपनी पत्नी इंदु देवी के साथ गांव पर ही निवास करते थे. पिता की मौत की सूचना मिलने के बाद दोनों वापस लौटे और पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
कहते हैं एसडीपीओ :
घटना की सूचना पर मौका-ए-वारदात पर पहुंच कर जांच की गयी. मामले की गहराई से जांच के लिए एफएसल की टीम भी बुलाई गई. घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों तथा विभिन्न बिंदुओं की गहन पड़ताल कर मामले का उद्वेदन जल्द किया जाएगा.
धीरज कुमार
एसडीपीओ, बक्सर
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