जागरूकता अभियान न केवल गंगा की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया बल्कि आम जनता को यह समझाने का भी प्रयास किया गया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाने की आवश्यकता है.
- बक्सर में गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए चला जागरूकता अभियान
- रुद्रा ग्रुप ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया संदेश
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से प्राप्त निर्देशों के तहत जिला गंगा समिति एवं रुद्रा ग्रुप के संयुक्त प्रयास से नगर परिषद बक्सर के सब्जी मार्केट में जागरूकता अभियान चलाया गया. इस अभियान के तहत लोगों के बीच कपड़े के थैले वितरित किए गए और सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई.
28 मार्च 2025 को आयोजित इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला परियोजना पदाधिकारी, जिला गंगा समिति ने किया. अभियान के दौरान सब्जी खरीदने आए लोगों को प्लास्टिक के बजाय कपड़े के थैले उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया. जागरूकता कार्यक्रम में बताया गया कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक है, क्योंकि यह न केवल जल स्रोतों को प्रदूषित करता है बल्कि वन्यजीवों और मनुष्यों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डालता है.
नुक्कड़ नाटक से दिया स्वच्छता और संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए रुद्रा ग्रुप ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें गंगा की स्वच्छता, जल संरक्षण और पर्यावरण की महत्ता पर जोर दिया गया. नुक्कड़ नाटक में दिखाया गया कि किस तरह सिंगल यूज प्लास्टिक गंगा को प्रदूषित कर रही है और इसका प्रभाव जीव-जंतुओं के साथ-साथ मानव जीवन पर भी पड़ रहा है.
इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी, जिला गंगा समिति ने बताया कि यह जागरूकता कार्यक्रम जिला पदाधिकारी महोदय के दिशा-निर्देशानुसार संचालित किया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक हो सकें.
अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में नगर परिषद के स्वच्छता पदाधिकारी रवि कुमार, अविराम सुंदर, शशि कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. उन्होंने भी लोगों को प्लास्टिक के उपयोग से बचने और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग देने का आग्रह किया.
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई गई कि वे भविष्य में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे और अपने परिवार व आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे.
पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी कदम
यह जागरूकता अभियान न केवल गंगा की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया बल्कि आम जनता को यह समझाने का भी प्रयास किया गया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाने की आवश्यकता है. प्लास्टिक का त्याग और कपड़े के थैलों का उपयोग इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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