जिले के विकास में जन भागीदारी की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि "जनभागीदारी के बिना जिले का विकास संभव नहीं है." उन्होंने सभी से अपील की कि वे प्रशासन और सरकार का सहयोग कर जिले को विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाएं.
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कार्यपालक पदाधिकारी को केक खिलाती मुख्य पार्षद |
- मुख्य पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी ने केक काटकर की उत्सव की शुरुआत
- नेताओं ने बक्सर के विकास और गौरव को लेकर दिया संदेश
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर जिले के 35वें स्थापना दिवस के मौके पर चौसा नगर पंचायत में विशेष आयोजन हुआ. इस मौके पर मुख्य पार्षद किरण देवी और कार्यपालक पदाधिकारी शुभम कुमार ने केक काटकर जिले के स्थापना दिवस की खुशियां साझा की.
कार्यपालक पदाधिकारी शुभम कुमार ने समारोह को संबोधित करते हुए बक्सर जिले के विकास में जन भागीदारी की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि "जनभागीदारी के बिना जिले का विकास संभव नहीं है." उन्होंने सभी से अपील की कि वे प्रशासन और सरकार का सहयोग कर जिले को विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाएं.
मुख्य पार्षद ने भी अपने संबोधन में बक्सर जिले के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल की रणनीति की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में जिले को राज्य में अलग पहचान मिल रही है. "बक्सर आज शिक्षा, खेल, चिकित्सा और पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और यहां के युवा अपनी काबिलियत के बल पर पूरे देश में नाम कमा रहे हैं," उन्होंने कहा.
पूर्व जिला पार्षद और अधिवक्ता डॉ. मनोज कुमार यादव ने भी बक्सर के गौरवशाली अतीत को याद करते हुए कहा कि बक्सर की भूमि न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां के महापुरुषों की भूमि ने समाज को प्रेरणा दी है. उन्होंने कहा कि जिले में हो रहे विकास कार्यों के चलते बक्सर नए आयाम छू रहा है और इसे और आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हम सभी की है.
इस अवसर पर अन्य प्रमुख नेता और सम्मानित नागरिक भी मौजूद थे, जिनमें वार्ड पार्षद चंदन चौधरी, आनंद जी रावत, हृदय नारायण सिंह, अशोक यादव, काजू मिश्रा, महेंद्र पांडेय, रामबाबू प्रसाद, अंजू कुमारी, शैलेश कुशवाहा, सत्य प्रकाश, मंगल देव पासवान, जितेंद्र यादव, श्रीमन पांडेय और अन्य लोग शामिल थे.
समारोह में सभी ने एकजुट होकर बक्सर को एक विकसित और आत्मनिर्भर जिला बनाने का संकल्प लिया और यह सुनिश्चित किया कि आने वाली पीढ़ियाँ इस जिले पर गर्व कर सकें.
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