इस कार्यक्रम में शहरवासियों, मरीजों, उनके परिजनों और कई सम्मानित अतिथियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य मलेरिया के प्रति जनजागरूकता फैलाना और इसकी रोकथाम के उपायों की जानकारी देना था.
विश्व मलेरिया दिवस पर साबित खिदमत फाउंडेशन का आयोजन
मरीजों की जांच के साथ दी गई मुफ्त दवाएं और सलाह
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर साबित खिदमत फाउंडेशन एवं अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में एक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शहरवासियों, मरीजों, उनके परिजनों और कई सम्मानित अतिथियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य मलेरिया के प्रति जनजागरूकता फैलाना और इसकी रोकथाम के उपायों की जानकारी देना था.
संगोष्ठी में बिहार प्रदेश सचिव डॉक्टर दिलशाद आलम ने बताया कि मलेरिया आज भी विश्व के कई देशों में एक गंभीर समस्या बना हुआ है. करीब 3.3 बिलियन जनसंख्या मलेरिया के खतरे में है. उन्होंने कहा कि इसके बचाव के लिए सिर्फ अस्पताल या सरकार नहीं, बल्कि हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. उन्होंने अपील की कि हम सभी को अपने घरों के साथ-साथ आसपास की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साफ-सफाई से मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सकता है, जो मलेरिया के मुख्य कारण हैं.
डॉ. आलम ने यह भी बताया कि वर्ल्ड मलेरिया डे 25 अप्रैल को WHO के आह्वान पर मनाया जाता है. अफ्रीकी देशों के साथ-साथ भारत और मिडल ईस्ट देशों में भी मलेरिया की मौजूदगी चिंता का विषय है. उनका कहना था कि अगर सभी अस्पताल मिलकर ठान लें तो मलेरिया को जड़ से खत्म किया जा सकता है. हमारे पास इस दिशा में पर्याप्त संसाधन हैं, बस उन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करने की आवश्यकता है.
कार्यक्रम में मौजूद शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. खालिद राजा ने मलेरिया के लक्षणों और सावधानियों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मलेरिया में ठंड लगकर तेज बुखार आता है. मरीज को भूख नहीं लगती और कभी-कभी बुखार मस्तिष्क तक भी पहुंच जाता है. उन्होंने साफ पानी पीने, मच्छरदानी के उपयोग, और गंदे पानी के जमाव को रोकने जैसे सरल उपायों पर जोर दिया.
इस अवसर पर रोशन कुमार, इम्तियाज अंसारी, सोनम कुमारी, कैफ लालसा, राजेंद्र अब्बास, तरन्नुम, राधेश्याम, जयपुर हिंदू, हिना, कन्हैया, निशा, संतोषी, अंजलि, रुखसाना सहित अनेक लोग मौजूद रहे.
कार्यक्रम के दौरान कुछ मलेरिया पीड़ित मरीजों की जांच भी की गई. बक्सर के राधेश्याम ने बताया कि उन्हें दो महीने से बुखार हो रहा था और आज जांच में मलेरिया की पुष्टि हुई. उन्हें इलाज के साथ-साथ मलेरिया से बचाव के उपाय भी बताए गए. वहीं, इंदु देवी नामक महिला को भी मलेरिया की पुष्टि हुई. उन्हें आवश्यक दवाएं और सलाह दी गई.
संगोष्ठी में न केवल जागरूकता फैलाई गई बल्कि जरूरतमंदों को जरूरी दवाएं देकर तत्काल राहत भी दी गई. साबित खिदमत फाउंडेशन की इस जनहित पहल की सभी उपस्थित लोगों ने सराहना की.
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