कहा कि बच्चों को संस्कार देना और संस्कृति से जोड़ना हर परिवार का दायित्व है. यदि हम अपने बच्चों को धर्म, व्रत और पूजा के संस्कार देंगे, तो वे जीवनभर सही मार्ग पर चलेंगे.
- धर्म और सेवा भाव से ही बन सकता है भारत फिर से विश्व गुरु
- ब्रह्मेश्वरनाथ और बांके बिहारी मंदिर में किए दर्शन, स्कूल में बच्चों को दिए जीवन मूल्यों के संदेश
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : के आईटीआई मैदान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन पूज्य भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने कहा कि बच्चों को संस्कार देना और संस्कृति से जोड़ना हर परिवार का दायित्व है. यदि हम अपने बच्चों को धर्म, व्रत और पूजा के संस्कार देंगे, तो वे जीवनभर सही मार्ग पर चलेंगे. उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे बच्चों को जंक फूड के स्थान पर सात्विक भोजन दें और उन्हें धर्म, सेवा और अनुशासन से जोड़ें.
पूज्य महाराज श्री ने ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर, ब्रह्मपुर धाम में पूजा-अर्चना कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके उपरांत वे डुमरांव राजगढ़ स्थित बांके बिहारी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर पूजा की. स्थानीय भक्तों से संवाद करते हुए उन्होंने धर्म और सेवा भाव का महत्व समझाया.
दर्शन के पश्चात पूज्य महाराज श्री NEW WOODSTOCK SCHOOL, डुमरांव पहुंचे. मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्थानीय श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत किया. विद्यालय में बच्चों और शिक्षकों ने पारंपरिक तरीके से गुरुजी का अभिनंदन किया. बच्चों ने स्वागत गीत, नृत्य और रंगारंग प्रस्तुतियां दीं. महाराज श्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को समझने और बेहतर बनाने का माध्यम है. उन्होंने सत्य, अनुशासन, सेवा और परिश्रम के महत्व को रेखांकित किया.
कथा के दौरान केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने व्यासपीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा श्रवण के उपरांत श्रद्धालुओं को संबोधित किया. मंच पर दिल्ली के सांसद व सिने कलाकार मनोज तिवारी, गोल्ड मैन ऑफ बिहार विजय मिश्रा समेत अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे.
पूज्य ठाकुर जी ने कहा कि धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, यह एक जीवनशैली है जो सत्य, सेवा और न्याय पर आधारित हो. यदि देश के नेता धार्मिक और नैतिक मूल्यों से युक्त हों, तो भारत एक बार फिर विश्व गुरु बन सकता है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में अयोध्या श्रीराम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसे ऐतिहासिक कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए जो नेता रात दो बजे तक जागते हैं, उनके लिए हमें भी सदा तत्पर रहना चाहिए.
गंगा की स्वच्छता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गंगा केवल नदी नहीं, माँ हैं. हमें गंगा में कचरा नहीं फेंकना चाहिए. गंगा की सेवा राष्ट्र सेवा है.
उन्होंने श्रद्धालुओं से एकादशी व्रत रखने, भगवान की कथा का आदर करने और मन को शांत रखने का संदेश दिया. कार्यक्रम की जानकारी मीडिया प्रभारी सौरभ तिवारी ने दी. श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 9 से 15 अप्रैल तक किया गया है.
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