आशंका है कि उसी विवाद का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया. क्योंकि तिलक समारोह में वह लोग भी मौजूद थे. जाते वक्त हमलावरों ने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था जिससे कोई बाहर न निकल सके.
- सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखे आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
- तिलक समारोह में दूल्हे के भाई से मारपीट, सोने की चेन और सवा लाख की नकदी भी लूटी गई
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : नगर के पीसी कॉलेज के पास स्थित ज्योति मैरिज हॉल में सोमवार की रात तिलक समारोह के दौरान हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. हालांकि पुलिस इस गंभीर घटना को 'हर्ष फायरिंग' बताने की कोशिश कर रही है, लेकिन पीड़ित पक्ष द्वारा प्रस्तुत सीसीटीवी फुटेज, घटनास्थल से मिले खोखे और गवाहों की बातों से यह दावा बेमानी प्रतीत हो रहा है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक घायल अभय कुमार सिंह शामिल है, जो खुद गोली लगने के बाद इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा था. उसके साथ मौजूद विशाल श्रीवास्तव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. विशाल को पहले से ही हत्या के प्रयास, लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में नामजद अपराधी रहा है. वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रमडीहा गांवका निवासी है. इसके साथ ही पुलिस ने मौका-ए-वारदात से पांच इस्तेमाल किए कारतूस(खोखे) बरामद किए हैं.
घटना की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि हमलावरों ने मैरिज हॉल में घुसते ही करीब 20 राउंड फायरिंग की. इससे समारोह में अफरा-तफरी मच गई. फायरिंग के दौरान दूल्हे के बड़े भाई उमाकांत यादव से मारपीट की गई और दूल्हे के गले से 16 ग्राम का सोने का चेन और करीब 1.15 लाख रुपये नकद लूट लिए गए.
मैरिज हॉल संचालक तथा दूल्हे के पिता राम एकबाल सिंह ने मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर घटना की जानकारी दी. उन्होंने सीसीटीवी फुटेज, दीवारों पर गोलियों के निशान और जमीन पर पड़े कारतूसों के खोखे को सबूत के तौर पर पेश किया है. उनका कहना है कि यह कोई सामान्य फायरिंग नहीं बल्कि एक सुनियोजित हमला था.
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में साफ-साफ दिख रहे अन्य आरोपियों की पहचान अटल सिंह (निवासी चीनी मील), अमन कुमार सिन्हा (पिता अभय कुमार सिन्हा, निवासी सोंधिला) और संदीप पासवान (पिता अनिल पासवान, निवासी सोंधिला) के रूप में हुई है. ये सभी अभी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सोंधिला गांव निवासी अभय कुमार सिन्हा और लालगंज निवासी सुभाष यादव तथा ददन यादव के बीच मंगलवार की शाम कहासुनी हुई थी. आशंका है कि उसी विवाद का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया. क्योंकि तिलक समारोह में वह लोग भी मौजूद थे. जाते वक्त हमलावरों ने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था जिससे कोई बाहर न निकल सके.
इस मामले में एसडीपीओ धीरज कुमार ने बताया है कि जांच जारी है और जल्द ही सभी तथ्यों के साथ मामले का खुलासा किया जाएगा. हालांकि स्थानीय लोगों और पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस मामले में पुलिस का 'हर्ष फायरिंग' वाला रुख आश्चर्यजनक है.
फिलहाल, इलाके में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है और लोग पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं.
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