अहियापुर हत्याकांड में बुलडोजर की धमक का असर : दो नामजद अभियुक्तों ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण ..

पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक स्तर पर छापेमारी शुरू कर दी है. साथ ही हत्यारोपियों के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई के तहत कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य नामजद आरोपियों पर भी शिकंजा कस सकता है.










                                           





- बालू विवाद में हुई थी तीन लोगों की हत्या
- अब रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी में जुटी पुलिस

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस की सख्त कार्रवाई का असर अब दिखने लगा है. शुक्रवार को इस मामले में नामजद दो अभियुक्तों ने बक्सर व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वालों में महेंद्र सिंह यादव (पिता- जगनारायण सिंह यादव) और सलीम अंसारी (पिता- जाकिर अंसारी, निवासी- रसेन गांव) शामिल हैं. दोनों को अधिवक्ता अनिल ठाकुर और नसीम अहमद ने कोर्ट में सरेंडर कराया.

फिलहाल दोनों अभियुक्त न्यायिक हिरासत में भेज दिए गए हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस गंभीर मामले में दोनों से पूछताछ के लिए पुलिस जल्द ही न्यायालय से रिमांड की अनुमति मांग सकती है.

गौरतलब है कि बीते शनिवार को अहियापुर गांव में बालू विवाद को लेकर गोलीबारी की घटना सामने आई थी. हथियारबंद अपराधियों ने पांच लोगों को गोली मारी थी. इस हमले में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी.

पीड़ित परिजनों ने गांव के दबंग पूर्व जिला परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि मनोज यादव, संतोष यादव और कुणाल यादव समेत 19 नामजद तथा तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ राजपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

घटना के बाद पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे. इसके बाद पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने तत्काल प्रभाव से राजपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार को निलंबित कर दिया और धनसोई थानाध्यक्ष ज्ञानप्रकाश सिंह को राजपुर थाना की कमान सौंपी.

इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक स्तर पर छापेमारी शुरू कर दी है. साथ ही हत्यारोपियों के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई के तहत कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य नामजद आरोपियों पर भी शिकंजा कस सकता है.

पुलिस की लगातार दबिश और बुलडोजर की धमक से घबराकर अभियुक्तों द्वारा आत्मसमर्पण किया जाना यह संकेत देता है कि अब प्रशासन अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शने के मूड में नहीं है. पुलिस सूत्रों का दावा है कि बाकी नामजद आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी.









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