वीडियो : देश में पहली बार बक्सर से होगी मोबाइल आधारित ई-वोटिंग, 12147 मतदाता डालेंगे घर बैठे वोट ..

इस चुनाव में पहली बार मोबाइल आधारित ई-वोटिंग का प्रयोग किया जाएगा. इसके तहत 12147 पंजीकृत मतदाता अपने मोबाइल फोन से घर बैठे मतदान कर सकेंगे. यह प्रयोग देश में पहली बार हो रहा है, जिससे बक्सर एक ऐतिहासिक मिसाल बनने की ओर अग्रसर है.










                                           




● बक्सर नगर परिषद उपचुनाव में होगा देश का पहला तकनीकी मतदान प्रयोग 

● 12147 मतदाता मोबाइल एप से करेंगे मतदान, 28 जून को सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक 

● प्रचार थमने के बाद प्रत्याशियों ने अंतिम समय तक डोर टू डोर किया जनसंपर्क

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर नगर परिषद उपचुनाव देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. 28 जून को होने वाले इस चुनाव में पहली बार मोबाइल आधारित ई-वोटिंग का प्रयोग किया जाएगा. इसके तहत 12147 पंजीकृत मतदाता अपने मोबाइल फोन से घर बैठे मतदान कर सकेंगे. यह प्रयोग देश में पहली बार हो रहा है, जिससे बक्सर एक ऐतिहासिक मिसाल बनने की ओर अग्रसर है.

ई-वोटिंग के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 22 जून निर्धारित की गई थी. इस दौरान कुल 12148 मतदाताओं ने आवेदन किया, लेकिन एक नाम अमान्य हो जाने के कारण 12147 मतदाताओं को ई-वोटिंग की स्वीकृति मिली है. ये सभी मतदाता 28 जून को सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने मोबाइल के माध्यम से वोट डाल सकेंगे. इसके लिए जरूरी है कि उनके पास एंड्रॉयड स्मार्टफोन (Android 5.0 या इससे ऊपर), कम से कम 2GB RAM, 100MB स्टोरेज, सक्रिय सिम कार्ड और पर्याप्त चार्ज हो.  वीडियो में जानिए पूरा प्रोसेस : 


इस उपचुनाव में कुल 1 लाख 15 हजार 983 मतदाता शामिल हैं. इनमें से शेष 1 लाख 3 हजार 836 मतदाता पारंपरिक मतदान केंद्रों पर जाकर वोट डालेंगे. इसके लिए प्रशासन द्वारा 136 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई है. इस नई व्यवस्था को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है.

ई-वोटिंग के लिए की गई प्रशासनिक तैयारी
निर्वाची पदाधिकारी सह सदर एसडीओ अविनाश कुमार ने बताया कि ई-वोटिंग प्रणाली के सफल संचालन के लिए हर स्तर पर तैयारी की गई है. वहीं जिलाधिकारी डॉ. विद्या नन्द सिंह ने बताया कि पांच मतदान केंद्रों पर मॉक पोल आयोजित कर ईवीएम की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया गया है. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो. डीएम के अनुसार, “इस तकनीकी नवाचार से मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी और लोकतंत्र में अधिक से अधिक नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सकेगी.”

वीडियो में सुनिए, डीएम ने क्या कहा : 


प्रचार थमा, प्रत्याशी अब सीधी अपील में जुटे
गुरुवार को संध्या 5 बजे चुनाव प्रचार का शोर थम गया. प्रचार समाप्त होने के बाद प्रत्याशी और उनके समर्थक डोर टू डोर जाकर मतदाताओं से संपर्क साधते देखे गए. हैंडबिल बांटकर वोट देने की अपील की जा रही है. सभी प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदाताओं को गोलबंद करने के प्रयास में जुटे हैं और क्षेत्र में विकास का वादा कर रहे हैं.

इस उपचुनाव में उप मुख्य पार्षद के रिक्त पद के लिए छह प्रत्याशी मैदान में हैं – अंजलि देवी, कुलसुम खातून, बेबी देवी, मनीषा चौधरी, संजू देवी और सोनी देवी. वहीं वार्ड संख्या 20 के रिक्त पार्षद पद के लिए किरण देवी, सपना देवी और हिना परवीन चुनावी मैदान में हैं. मतगणना 30 जून को होगी.

प्रशासन ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की है. ई-वोटिंग की यह शुरुआत सफल होती है तो आने वाले दिनों में यह न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में आम चुनावों की तस्वीर बदल सकती है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भी इसे अपनाया जा सकता है.










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