बताया कि पिता-पुत्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शुक्रवार को ही उनके घरों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी थी, लेकिन उससे ठीक पहले दोनों कोर्ट पहुंच गए.
राजपुर पुलिस की कुर्की-जप्ती कार्रवाई से पहले सीजेएम कोर्ट में पेश हुए वीरेंद्र सिंह यादव और बेटा संदीप यादव
अब तक 11 आरोपी सलाखों के पीछे, 8 अब भी फरार. क्या बाकी भी पकड़ में आएंगे या करेंगे आत्मसमर्पण?
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अहियापुर तिहरे हत्याकांड में शुक्रवार को बड़ी घटना घटी, जब फरार चल रहे दो आरोपी खुद कोर्ट में आत्मसमर्पण करने पहुंच गए. बुलडोजर एक्शन की आहट और कुर्की की तैयारी से घबराकर आरोपी वीरेंद्र सिंह यादव और उनके बेटे संदीप यादव ने व्यवहार न्यायालय स्थित सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. दोनों पर 6 लोगों पर अंधाधुंध गोली चलाने और तीन की हत्या करने का आरोप है.
राजपुर थानाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि पिता-पुत्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शुक्रवार को ही उनके घरों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी थी, लेकिन उससे ठीक पहले दोनों कोर्ट पहुंच गए.
गौरतलब है कि 13 जून को इनके घर पर कुर्की नोटिस चस्पा किया गया था. इससे पहले गुरुवार को इसी मामले के दो अन्य आरोपियों – विकास यादव और शिवम यादव – के घर पर कुर्की-जप्ती की कार्रवाई हो चुकी है. अब तक इस कांड में 19 में से 11 आरोपी जेल जा चुके हैं. इनमें 7 ने कोर्ट में सरेंडर किया है, जबकि 4 को पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार किया.
इस मामले में पूर्व जिला परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि मनोज यादव, संतोष यादव और कुणाल यादव समेत कुल 19 नामजद व 3 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी. घटना के बाद एसपी शुभम आर्य ने राजपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार को निलंबित करते हुए धनसोई थानाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश को नई जिम्मेदारी सौंपी.
अब इस सनसनीखेज हत्याकांड में निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि बाकी फरार आरोपी पुलिस के शिकंजे में आएंगे या कोर्ट का रास्ता अपनाएंगे.
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